

- Round Trip
- One Way


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मौसम जाड़े का हो या गर्मियों का, छुट्टियां आरंभ होते ही किसी नये स्थान पर घूमने जाने की योजनाएं साकार रूप लेने लगती हैं और परिवार के सभी लोगों का उत्साह अपनी चरम सीमा पर पहंुच जाता है। पर यदि सफर के दौरान या गंतव्य स्थान पर पहुंचने पर शारीरिक या मानसिक समस्या का सामना करना पड़े तो यह सारा उत्साह क्षण भर में पानी हो जाता है। अपने उत्साह को निरंतर बनाए रखने और छुट्टियों का भरपूर आनंद उठाने के लिए आवश्यक है कि सफर से पहले कुछ आवश्यक बातों का ध्यान रखा जाए। यद्यपि ये बातें सामान्य सी प्रतीत होंगी, परंतु इनकी उपेक्षा कभी भी नये स्थान पर परेशानी में डाल सकती है।
1. अनेक बार देखा जाता है कि तीन या चार घंटे की रेल या हवाई यात्रा एक ही स्थिति में रहने के कारण बहुत ही कष्टप्रद हो जाती है। इसलिए रेल या वायुयान में बैठने से पूर्व कुछ ऐसे शारीरिक व्यायाम करने चाहिए, जिससे मांसपेशियां सक्रिय हो जाएं, जैसे एक्सकैलेटर के स्थान पर सीढि़यों का प्रयोग आदि। ऐसा करने से सफर के दौरान नींद अच्छी आती है और लंबी यात्रा में समय का पता ही नहीं चलता। एक ही स्थिति में बैठे रहने के कारण डीवीटी अर्थात डीप वेन थ्रॉम्बॉसिस (एक ही स्थिति में बैठे रहने के कारण रक्त के थक्कों का बन जाना) की शिकायत देखी जाती है। इसके लिए एयर होस्टेस जितनी बार पेय पदार्थ पेश करें, उतनी बार एक गिलास पानी अवश्य पिएं और पानी पीने के साथ ही एड़ी से दोनों पंजों को विपरीत दिशा में घुमाएं। आजकल विश्व भर में फ्लाइट सॉक्स भी उपलब्ध हैं, जो यात्रा के दौरान पैरों के लिए आरामदायक होते हैं।
2. सफर पर जाने से पूर्व अच्छी नींद अवश्य लेना चाहिए, जिससे गंतव्य स्थान पर पहंुचकर आप तरोताजा रहें। एल्कोहॉल या कॉफी के स्थान पर पानी अधिक पीना चाहिए। यदि संभव हो तो ऐसे समय हवाई यात्रा या रेल यात्रा करें, जो शाम के समय निर्धारित स्थान पर पहुंचे, जिससे तरोताजा होने के लिए रात को नींद ली जा सके। यानी अगले दिन सुबह आप खुद को एकदम तरोताजा महसूस करें।
यात्रा के दौरान
1. सफर चाहे रेल का हो या हवाई जहाज का कुछ परेशानियां तो निश्चित रूप से होती ही हैं, जैसे असुविधाजनक सीटें या कुछ सामान्य सी बाधाएं जो हवाई या रेल यात्रा के बीच दी जाने वाली सुविधाओं का अंग हैं या फिर पड़ोसी यात्रियों का शोरगुल आदि। सफर के दौरान बाधारहित शांत निद्रा के लिए इयर प्लग का इस्तेमाल कर सकती हैं और आंखों के लिए आई पिलो का। इससे शोरगुल से बचकर अच्छी निद्रा का आनंद उठाया जा सकता है।
2. सफर के समय असुविधाजनक सीटें निश्चय ही पीठ के दर्द का कारण बन सकती हैं और छोटी से छोटी हवाई यात्रा भी कष्टप्रद हो सकती हैं, इसलिए पीठ के पीछे कंबल (यात्रा के दौरान मिलने वाले) और सिर के पीछे कुशन का सहारा लेकर बैठें। फुट कुशन भी पैरों को आराम देते हैं।
3. सफर के समय कुछ-कुछ समय के बाद भोजन दिए जाते हैं। भोजन उतना ही करें, जो भूख को शांत करे। ज्यादा न खाएं, इससे आपको परेशानी हो सकती है।
जब गंतव्य स्थान पर पहुंचें
1. देखा जाता है कि सामान्यतया नई जगह का भोजन अनेक बार लोगों को रास नहीं आता और स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव भी डालता है। अधिकांशत: पेट से संबंधित समस्याओं जैसे कब्ज, डायरिया आदि का शिकार यात्री ही बनते हैं। इसका मुख्य कारण नल का पानी या खराब खाना हो सकता है। इसलिए बिना छिलके वाला भोजन या बिना पका हुआ भोजन करने से बचना चाहिए।
2. स्वच्छ पानी अधिक मात्रा में पिएं तथा भोजन नियमित समय पर करें, खुशनुमा छुट्टियों के लिए यह अत्यंत आवश्यक है।
3. यदि छुट्टियां किसी समुद्री स्थान पर बिता रही हों तो समुद्री तट पर जाने से पूर्व सनबर्न से बचने के लिए टोपी, गॉगल्स और सनस्क्रीन लोशन या सनब्लॉक का प्रयोग करना चाहिए। यदि फिर भी सनबर्न हो जाते हैं तो ठंडे पानी से स्नान करने के बाद ढेर सा पानी पिएं और जलने के निशान ठीक होने तक धूप के सीधे संपर्क में आने से बचें। जले हुए स्थान पर एलोवेरा जेल अवश्य लगाना चाहिए।
जब ऐसा हो
समुद्री तट पर कीड़ों का काटना सामान्य सी बात होती है, परंतु इससे त्वचा पर पड़ने वाले धब्बों से निश्चित ही उत्साह कम हो जाता है। होटल या रिसॉर्ट में यूं तो मच्छर न के बराबर होते हैं और यदि हों भी तो मच्छरों के लिए कोई भी मैट या फिर प्राकृतिक मारक इस्तेमाल कर सकते हैं। मच्छर या कीड़े के काटे हुए स्थान पर लैवेंडर तेल लगाने से खुजली तो कम होती ही है, साथ ही वह जल्दी ही ठीक भी हो जाता है। कहीं बाहर जाने से कुछ सप्ताह पूर्व विटामिन बी वन या जिंक टैबलेट लेनी चाहिए जिससे शरीर से ऐसी गंध बाहर आती है, जो मच्छरों को पास नहीं आने देती, पर इसे लेने से पूर्व चिकित्सक की सलाह अवश्य लेनी चाहिए।
इस प्रकार की बातें ध्यान में रखकर किया गया सफर स्मरणीय तो रहता ही है, संपूर्ण परिवार को छुट्टियों के बाद भी प्रफुल्लित और थकान रहित रखता है।
विदेश जाने के पूर्व
कुछ सामान्य पर महत्वपूर्ण टिप्स विदेश जाने से पूर्व ध्यान रखना जरूरी होता है। आइए जानिए उनके बारे में:
1. विदेश जाने से पूर्व कॉमन वेल्थ देशों से संबंधित सलाह अवश्य लें।
2. ट्रैवल इंश्यारेंस अवश्य चेक करें और पासपोर्ट की वैधता चेक करें।
3. यात्रा के समय पर्याप्त धन लेकर जाएं और ट्रैवलर्स चेक साथ रखें।
4. गंतव्य स्थान के विषय में जानकारी अवश्य लें, जैसे वहां के रीति-रिवाज या कानून क्या हैं।
5. अपने सभी महत्वपूर्ण अभिपत्रों की एक प्रतिलिपि अपने विश्वसनीय मित्र या संबंधी के पास अवश्य रखें।
6. महत्वपूर्ण कागजों की प्रतिलिपि सत्य प्रतियों से अलग रखें, क्योंकि विदेश में इनके चोरी हो जाने या खो जाने पर अत्यधिक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
7. सारा पैसा तथा मूल्यवान वस्तुएं अपने साथ हर समय न रखें। ठहरने के स्थान पर सेफ्टी डिपॉजिट सुविधाओं के विषय में जानकारी प्राप्त करें।
8. अपने टिकट किसी ऐसे सुरक्षित स्थान पर रखें जिससे उनके खोने की संभावना न रह जाए।
9. विदेश में घूमने उन्हीं स्थानों पर जाएं, जहां सड़कों पर रोशनी हो। होटल या अन्य व्यक्तियों से उन स्थानों के विषय में अवश्य जान लें, जहां जाना हानिकारक सिद्ध हो सकता है।
10. कुछ चोरी हो जाने पर पुलिस को अवश्य सूचित करें, जिससे खोई वस्तु की बीमा रकम मिल सके।
कामकाजी स्त्रियों के लिए कुछ टिप्स
कामकाजी स्त्रियों को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए अंत में उन्हें जानिए:
1. कई बार कोई आकस्मिक समस्या आ जाने पर यात्रा में विलंब भी हो सकता है, इसलिए कुछ पौष्टिक भोजन जैसे मूंगफली या चने अवश्य साथ रखें।
2. सही समय पर सोकर उठें, इसके लिए अलार्म घड़ी या स्टॉप वॉच साथ रखें।
3. इतना ही सामान साथ रखें, जितना व्यावसायिक सम्मेलनों में भाग लेने के लिए उचित हो।
4. धब्बों या धूल से गंदे न दिखें, इसलिए गाढ़े रंग की पोशाक साथ रखें।
5. सम्मेलन के लिए पोशाक के अनुकूल फुटवियर साथ रखें तथा एक जोड़ी सामान्य जूते साथ रखें। विदेश में रहते हुए भी घर से संपर्क बनाकर रखें ताकि आपको समय पर सही हाल-चाल मिलता रहे। इसके लिए फैक्स मशीन या ई-मेल का सहारा लें जो लॉन्ग डिस्टेंस कॉल (लंबी दूरी की कॉल) से सस्ता भी पड़ता है और सुविधाजनक भी होता है।
6. मेडिकल किट अपने साथ अवश्य लेकर जाएं।