उठाएं लुत्फ ईस्टर्न एंड ओरिएंट एक्सप्रेस का

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एशिया में भारत की पैलेस आन व्हील्स के बाद शाही ट्रेन यात्राओं में ईस्टर्न एंड ओरिएंट एक्सप्रेस का ही नाम है। इस ट्रेन ने अपना पहला सफर बैंकाक से सिंगापुर तक सन् 1993 में तय किया था। यह ट्रेन एक बार में 132 सैलानियों को करीब 2,030 किलोमीटर तक का सफर तय कराती है। यह ट्रेन परंपरा व आधुनिकता का रोमांचक सफर कराती है। एशिया की पुरानी मिश्रित संस्कृति, अद्भुत मंदिरों, घने जंगल, पहाड़ों, गांवों, आदि सभी का अनुभव यह ट्रेन आपको कराती है। इस ट्रेन का सफर खास तौर पर हनीमून के लिए बेहद यादगार है, क्योंकि इस ट्रेन का माहौल इतना रोमानी है आप इससे भूल नहीं सकते।

बस ट्रेन के मैनेजर को बता भर दीजिए कि आप हनीमून पर हैं, फिर सफर देखिए और उनकी खातिरदारी का मजा लूटिए।    ईस्टर्न एंड ओरिएंट एक्सप्रेस के मुख्य रूप से चार रूट हैं जो आपको प्राकृतिक सौंदर्य के साथ-साथ मानव निर्मित आकर्षक स्थलों से परिचित कराती हैं। इस ट्रेन का पहला रूट बैंकाक से सिंगापुर तक का है। ट्रेन बैंकाक से रविवार शाम 5.30 बजे चलती है, और रात का खाना आप उस शहर में करते है जो अपने विशाल गेहूं के खेतों, सुंदर गांव और विभिन्न प्रकार की भैंसों के लिए प्रसिद्ध है।

उसके बाद ट्रेन सुबह 4:10 पर वांग पो और कवाई नदी पहुंची है, जहां लकड़ी के मजबूत पुल और उनके पीछे ऊंचे विशाल टीले हैं। जब ट्रेन कवाई नदी के ब्रिज स्टेशन पर आती है तो यात्रियों को उतार कर जहाज पर बिठाया जाता है। वहां से आपको नदी की सैर कराते हुए बर्मा रेलवे स्टेशन और उसके ऐतिहासिक पुल को दिखाया जाता है। उसके बाद मोटर बोट पर एक छोटी सी सैर थाईलैंड के मंदिरों और चीनी कब्रिस्तानों को दिखाते हुए थाईलैंड-बर्मा रेलवे सेंटर पर उतारा जाता है। ट्रेन कंचनबुरी रेलवे स्टेशन से चलकर प्राचीन धरोहरों को दिखाते हुए अगले दिन सुबह बटरवर्थ पहुंचती है, जहां आप नाव पर बैठ पेनांग की राजधानी जॉर्जटाउन घूम सकते हैं। सबसे पहले तो आप खो कोंगसी आएंगे जहां शहर का मुख्य हाल है और शानदार मंदिरों की रचना की गई है। फिर आप रिक्शे की सवारी करते हुए विभिन्न रंगीन दुकानों, मंदिरों, ऐतिहासिक स्थलों और चर्चो को देख सकते हैं । ट्रेन आपको बुधवार 11 बजे सिंगापुर पहुंचा देगी।    ईस्टर्न एंड ओरिएंट एक्सप्रेस का दूसरा रोमांचकारी रूट बैंकाक से वियनतेयान का है। इस सफर में आप उत्तर-पूर्वी थाईलैंड के शहर फेमाई के अद्भुत मंदिरों को देखते हुए, वियनतेयान की मनमोहक राजधानी मेंकोंग घूमेंगे और उसके बाद थाईलैंड लौट आएंगे। फेमाई यूनेस्को की विश्व विरासत की फेहरिस्त में शामिल है। वहां खमेर संस्कृति के अवशेष देखने को मिल जाएंगे। सफर में आप स्थानीय अंगूर के बागों की सैर कर सकते हैं और साथ ही वहां की स्पेशल ‘न्यू लैटिट्यूड वाइन’ के स्वाद का आनंद भी ले सकते हैं । इस शाही ट्रेन का तीसरा रूट बैंकाक से शियांग माई का है। इस यात्रा में ट्रेन आपको बैंकाक से उस शहर में लेकर जाएगी जो थाईलैंड का सबसे रहस्यपूर्ण, सुन्दर और प्राचीन शहर है। सफर में आप ट्रेन के साथ चलती हुई  मंदिरों की कतार देख सकते हैं। चौथा रूट शियांग माई-बैंकाक-सिंगापुर का है। सात रातों और आठ दिन का यह सफर शायद इस ट्रेन के सबसे लंबे रूट में से है। इस सफर में खमेर शासन के पुराने केंद्र सी सतचनालाई और 13वीं सदी के बौद्ध मंदिरों को भी देख सकते है। लांपांग में तांगे का सफर करके आप पुरानी थाई शैली में बने ऐसे घर बान साओ नोक को देखने जा सकते हैं जो लकड़ी के 116 खंभों पर टिका है।

शाही ट्रेन का मज़ा
हम भले ही आपको सफर की जानकारी दे रहे हैं  लेकिन याद रखें यह सारी सैर एक शाही ट्रेन में होती है जो किसी फाइव स्टार होटल से कम नहीं है। ट्रेन में तीन तरह के कम्पार्टमेंट है-खास लोगों के लिए प्रेसिडेंशियल सूट, थोड़े ऊपर के दरजे का स्टेट कैबिन और फिर किफायत पसंद लोगों के लिए पुलमैन सुपीरियर। केबिन दिन के समय ड्राइंग रूम जैसे बन जाते हैं और रात में बेड रूम। हर केबिन के साथ अलग बाथरूम, सेफ भी जुड़ा है। ट्रेन में दो प्रेसिडेंशियल सूट, 28 स्टेट कैबिन और 36 पुलमेन सुपीरियर कैबिन हैं।  ट्रेन में आपको प्रसिद्ध चीनी व फे्रंच खानसामों के बने पूर्वी और यूरोपीय, हर तरह के व्यंजन मिलेंगे। भोजन के लिए दो रेस्तरां हैं। नाश्ता आपको अपने कैबिन में ही मिल जाएगा। ट्रेन के अंत में एक ओब्जर्वेशन कार भी है जहां से आप बाहरी दृश्य को आराम से देख सकते हैं, मानो आप खुली जीप में सफर कर रहे हों। ट्रेन में एक बार कार भी उपलब्ध है, जहां आप आराम से विभिन्न प्रकार की कॉकटेल का स्वाद ले सकते हैं। शापिंग के शौकीनों के लिए ट्रेन में एक बुटीक भी है जहां से आप अपने चाहने वालों के लिए तोहफे लेकर यात्रा को और भी ज्यादा यादगार बना सकते है।   
किराया आरक्षण
ईस्टर्न एंड ओरिएंट एक्सप्रेस साल भर चलती है। ट्रेन का किराया पुलमेन सुपीरिअर, स्टेट कैबिन, प्रेसिडेनशियल सूट के अनुसार लिया जाता है। किराया भी हर रूट के हिसाब से अलग-अलग है। सबसे ज्यादा किराया शियांग माई-बैंकाक-सिंगापुर रूट पर है। इसमें पुलमैन सुपीरियर कैबिन का प्रति व्यक्ति किराया 1430 पाउंड यानि एक लाख 15 हजार रु. है, स्टेट कंपार्टमेंट का प्रति व्यक्ति किराया 2100 पाउंड यानि एक लाख 70 हजार रु. और पे्रसिडेंशियल सूट का प्रति व्यक्ति किराया 2810 पाउंड यानि दो लाख 27 हजार रु. है। ईस्टर्न एंड ओरिएंट एक्सप्रेस के टिकट की बुकिंग आप आनलाइन या किसी भी बड़े ट्रेवल एजेंट से भी करवा सकते हैं। ट्रेन के कार्यक्रम, सुविधाओं व किराये की सारी जानकारी ओरिएंट एक्सप्रेस की वेबसाइट से भी मिल सकती है।

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