रेल के किराए में हवाई सफर

  • SocialTwist Tell-a-Friend

भारतीय सैलानियों के लिए पैसे और मौसम के बाद अब समय के संकट का समाधान भी कोई बड़ी बात नहीं रह गई है। हमारे देश में कुछ समय पूर्व शुरू हुई कुछ लो कॉस्ट एयरलाइनें आपकी इस मुश्किल को अब चुटकियों में हल कर देंगी। करीब उतनी ही रकम में आप अब हवाई जहाज में उड़ सकते हैं, जितने में आप अभी तक ट्रेन के एसी थ्री टायर में सफर करते रहे हैं। कम कीमत पर हवाई सफर कराने वाली कंपनियों में एयर डेक्कन, स्पाइसजेट और किंगफिशर एयरलाइंस की सेवाएं तो शुरू भी हो चुकी हैं और इनका व्यापक स्वागत हुआ है। इसका पता इस बात से चलता है कि स्पाइसजेट ने बुकिंग के पहले ही दिन 37 हजार से ज्यादा टिकटों की बिक्री की थी। इसके अलावा अभी कई और कंपनियां इस क्षेत्र में आने वाली हैं। लो कॉस्ट एयरलाइनों के आने से उन आम यात्रियों को तो फायदा मिला ही है जिन्हें आए दिन लंबी यात्रा करनी होती है, पर्यटकों को भी इसका लाभ मिला है। खास तौर से मध्यवर्ग के ऐसे लोग जो समय के अभाव के कारण बहुत चाह कर भी कहीं घूमने नहीं जा पाते थे, अब आसानी से निकल सकेंगे। विदेशी पर्यटक भी अब पहले से काफी कम समय में पूरा भारत घूम सकेंगे।

बढ़ेगी प्रतिस्पर्धा

चूंकि एयरलाइनों के इस सिग्मेंट के लिए आने वाले दिनों में एक लंबी कतार लगी दिख रही है, इसलिए इसमें प्रतिस्पद्र्धा शुरू से ही जबर्दस्त है। देश के शहरों के लिए तीन कंपनियों स्पाइसजेट, किंगफिशर और एयर डेक्कन की घरेलू तथा कुछ एशियाई देशों के लिए एयर इंडिया एक्सप्रेस की विदेशी उड़ानें लो कॉस्ट पैटर्न पर शुरू हो चुकी हैं। इसके अलावा देश के भीतर अभी गो एयर, इंडस एयरवेज, एयर वन, मैजिक एयर, ईस्ट वेस्ट एयरलाइंस, इंटरग्लोब, क्रिस्टल एयर, पैरामाउंट एयर और वीसा एयर की उड़ानें भी शुरू होने वाली हैं। क्षेत्रीय अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में कोचीन इंटरनेशनल एयरपोर्ट भी लो कॉस्ट सेवाएं शुरू करने की तैयारी में है।

जाहिर है, जब इतनी सारी कंपनियां बाजार में आ जाएंगी तो टिके रहना सिर्फ उनके ही लिए संभव होगा जो बेहतर सेवाएं देंगी और मूल्य भी प्रतिस्पर्धा को ध्यान में रख कर तय करेंगी। स्पाइसजेट के निदेशक अजय सिंह इस बात से इत्तफाक रखते हैं। और तो और इस प्रतिस्पर्धा का असर रेलवे पर भी दिखने लगा है। ऊंची श्रेणी के यात्रियों को रोकने के लिए वह नई सुविधाओं की घोषणा तो कर ही रही है, साथ ही तत्काल सेवा के लिए रेलवे ऑफ सीजन छूट भी देने लगी है। अजय सिंह यह भी कहते हैं, ‘भारत में हवाई किराया दुनिया में सबसे ऊंचा है। यहां आम जनता के हवाई जहाज से सफर न करने का यह एक बड़ा कारण है। यूरोप के अधिकतर देशों में हवाई यात्रा आम बात है। वहां लो कॉस्ट एयरलाइनें करीब बीस साल पहले से चल रही हैं।’

जब जाना हो कहीं

लो कॉस्ट एयरलाइनें शुरू होने से देसी ही नहीं, विदेशी पर्यटकों को भी बहुत लाभ मिलेगा। अब वे कम समय में पूरा हिंदुस्तान घूम सकेंगे। हां जब आप लो कॉस्ट एयरलाइन से सफर कर रहे हों तब आपको यह ध्यान रखना होगा कि इसमें वह सुविधाएं नहीं मिल सकेंगी, जो लग्जरी हवाई सेवाओं में मिलती हैं। यहां आपको पीने के लिए पानी तक खरीदना पड़ेगा। अजय सिंह कहते हैं, ‘यह तो हो सकता है कि आने वाले दिनों में किराया प्रणाली और सुधरे, लेकिन भोजन या नाश्ता उपलब्ध कराने की उम्मीद इसमें नहीं की जा सकती है। दुनिया की किसी भी लो कॉस्ट एयरलाइन में यह सुविधा नहीं है और सच पूछिए लो कॉस्ट एयरलाइन की यह जरूरत भी नहीं है।’

यही वजह है कि अभी इन जहाजों से जाने वाले तमाम लोग अपना दाना-पानी लेकर यात्रा करते हैं। इसके अलावा जब आपको लो कॉस्ट एयरलाइन में बुकिंग करानी हो तो कोशिश यह करें कि बुकिंग इंटरनेट से कराएं। बेहतर होगा कि बुकिंग दो-तीन माह पहले से कराएं। सामान कम से कम ले जाएं। जरूरी हो तो एयर सिकनेस की दवाएं भी साथ लेकर चलें।

इष्ट देव सांकृत्यायन

खाने-पीने के शौकीन लोगों के लिए स्पेन को स्वर्ग कहना गलत नहीं होगा। भारत की तरह यहां भी हर क्षेत्र में भोजन की अलग परंपरा है। उत्तरी, मेडिटरेनियन, मेसिता, दक्षिणी इन सभी प्रकार के व्यंजनों में से आप जो चाहें चुन सकते हैं। चूंकि उत्तरी स्पेन गीला व वर्षा से अधिक प्रभावित है, अत: यहां मांसाहारी भोजन अधिक है व मछली का खूब प्रयोग होता है। मेडिटरेनियन भोजन में गेहूं, जैतून व पाइन का प्रयोग अधिक मात्रा में किया जाता है। शाकाहारी भोजन पसंद करने वालों को मेडिटरेनियन भोजन सबसे अधिक स्वादिष्ट लगता है। चीज, दही व फलों का प्रयोग भी यहां ज्यादा किया जाता है। इस प्रकार के भोजन को स्पेन में सबसे अधिक स्वास्थ्यप्रद व स्वादिष्ट मानते हैं।

सी फूड

दक्षिणी प्रांतों के भोजन में सी फूड की अधिकता है। सिरके व लहसुन का प्रयोग भी खूब होता है। भोजन किसी भी प्रांत का हो, स्पेनिश खाने का एक अभिन्न अंग बनती है-वाइन। व्हाइट व रेड दोनों ही प्रकार की वाइन पसंद की जाती है। दरअसल रोमन राजाओं ने यहां अंगूर की बेशुमार खेती को देखते हुए वाइन को खाने के साथ पीने का चलन पैदा किया जो आज भी जारी है। स्पेन दुनिया के वाइन बनाने वाले देशों में अग्रणी माना जाता है और क्वालिटी व स्वाद के लिए स्पेनिश वाइन दुनिया भर में पसंद की जाती हैं। एक से दूसरे शहर की ओर जाते हुए सड़क के किनारे आपको मीलों तक फैले वाइनया‌र्ड्स मिलेंगे। जैतून के पेड़ भी आपको पूरे स्पेन में देखने को मिलेंगे। स्पेनिश भोजन का अभिन्न अंग है जैतून का तेल। भोजन किसी भी प्रांत का हो, उसमें जैतून के तेल का स्वाद आपको मिलेगा ही। जैतून का तेल स्वास्थ्य की दृष्टि से उत्तम माना जाता है और यह त्वचा को मुलायम व कांतिमान बनाए रखने में भी मदद करता है। शायद यही वजह है कि अधिकांश स्पेनवासी सुंदर व स्वस्थ दिखते हैं।

VN:F [1.9.1_1087]
Rating: 10.0/10 (2 votes cast)
रेल के किराए में हवाई सफर , 10.0 out of 10 based on 2 ratings


Leave a Reply

    * Following fields are required

    उत्तर दर्ज करें

     (To type in english, unckeck the checkbox.)

आपके आस-पास

Jagran Yatra