लहरों पर मौज

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सागर की लहरों में जबरदस्त खिंचाव होता है। जिन्हें पानी से बैर न हो, उन्हें मोहपाश सा बांध लेती हैं। उस मोहपाश से बंधे जब सागर में क्रूज पर जाएं तो बरबस टाइटैनिक का ख्याल आ जाता है। क्रूज शिप की भव्यता का जो खाका टाइटैनिक ने उस दौर में खींचा था वो आज भी दिमाग में तरोताजा है। ऐसा नहीं कि ऐसा ख्याल केवल मेरे मन पर ही छाया था, जब हमारी एक साथी बार-बार जहाज की भीतरी सीढि़यों पर बिछे लाल कालीन पर अपनी फोटो कैट विंसलेट के अंदाज में खिंचवाने के लिए बेताब रही तो महसूस हुआ कि टाइटैनिक का जादू वाकई बाकियों पर भी असर करता है। इसीलिए जहाज में रहते मन हर पल, हर जगह उसी को ढूंढता रहता है और यकीन मानिए स्टार क्रूज का सुपर स्टार वरगो आपको इस तलाश में कहीं से भी निराश नहीं करता। इसके उलट आपको हर पल खास होने का अहसास कराता है।

रोमांचक सफर

हम भारतीयों के लिए क्रूज वैसे भी दुर्लभ चीज है। तीन साल पहले भारत में स्टार क्रूज का सुपर स्टार लिब्रा मुंबई से गोवा तक की सैर कराने के लिए पहुंचा था लेकिन अगले साल से उसने फिर भारत का रुख नहीं किया। इसलिए क्रूज का मौका मिलना ही वाकई रोमांचक था। सुपर स्टार वरगो का बेस सिंगापुर है। सिंगापुर पहुंचने के बाद जब जहाज में बैठने के लिए क्रूज सेंटर पहुंचे तो ऐसा लगा मानो फिर किसी हवाई अड्डे पर पहुंच गए हों क्योंकि ठीक उसी तरह चेक-इन, इमिग्रेशन, सुरक्षा जांच वगैरह होती है। सुविधाओं व व्यवस्थाओं में भी क्रूज सेंटर हवाईअड्डे सरीखा ही है। क्रूज सेंटर से एसएसवरगो के रैंप पर पहुंचते ही आपकी आवभगत शुरू हो जाती है। जहाज में सबसे पहला अनुभव केबिन का हुआ। केबिन किसी होटल के कमरे जितना बड़ा तो नहीं लेकिन पूरी तरह आरामदेह था। दुनिया से जोड़े रखने वाले टीवी समेत तमाम जरूरी सुविधाएं थीं। सबसे बढि़या बात कमरे से समुद्र के सफर का नजारा लेने के लिए खिड़की थी। फिर क्रूज का मकसद आपको कमरे में ही पड़े रखना भी तो नहीं, उसका असली मजा इसी में है कि 13 मंजिले जहाज का कोना-कोना छान मारा जाए, उसकी हर सहूलियत को महसूस कर लिया जाए। एक दिन के भीतर आप यह कर भी नहीं सकते। सारी मौज करने के लिए तो तीन दिन का क्रूज भी कम है।

जहाज पर मजेदार अनुभव

जहाज पर पहला भोज सफर की शुरुआत से पहले ही हो जाता है। जहां हमने लंच किया, उस बेलाविस्टा रेस्तरां समेत ज्यादातर रेस्तराओं में अगर आप किनारे की मेज पर बैठे हों तो खाना खाते हुए बाहर की झलक देख सकते हैं। वहीं मेडेटेरेनियन बुफे तो 12वीं मंजिल पर ही है, जहां आप अपनी प्लेट लेकर मजे से बाहर खुले डेक पर बैठ सकते हैं। वह दुर्लभ आनंद है। रेस्तरां भी अलग-अलग हैं- जापानी व इटैलियन से लेकर हमारे खालिस हिंदुस्तानी ताज तक। मांसाहारी हों तो विकल्प बहुतेरे हैं। लेकिन मेरे जैसे शाकाहारियों के लिए भी पूरे इंतजाम जहाज पर थे। लिहाजा खाने की कभी कोई दिक्कत नहीं होती। फिर सवेरे सात बजे से आधी रात के बाद तक आपको किसी न किसी रेस्तरां में खाने का इंतजाम मिलेगा।

जहाज का सफर शुरू होने से पहले की ही एक अहम रस्म है सेफ्टी ड्रिल। जब हम किसी क्रूज जहाज की भव्यता में टाइटैनिक की छवि ढूंढते हैं तो जाहिर है कि सफर में टाइटैनिक का हादसा भी कहीं न कहीं दिमाग पर हावी रहता है। यह सेफ्टी ड्रिल ऐसे किसी हादसे से तैयार रहने के पूरे इंतजाम भी बताती है और उसका भय भी लोगों के मन से निकालती है। इस सुरक्षा अभ्यास में अनिवार्य रूप से हर व्यक्ति को अपने केबिन में रखी लाइफ जैकेट लेकर डेक 7 के खुले हिस्से में पहुंचना होता है। इसी डेक पर वे सारी नावें लगी हैं जो किसी भी आपात स्थिति में यात्रियों को जहाज से ले जाने में काम आती हैं।

मौज-मस्ती

क्रूज यानी सफर मौज-मस्ती का, इसका अहसास जहाज के बंदरगाह से रवाना होते ही हो जाता है जब 12वीं मंजिल पर स्वीमिंग पूल पर सेलिंग अवे पार्टी शुरू हो जाती है। यह पार्टी लोगों को क्रूज के मूड में लाने में कामयाब रहती है। ऐसा नहीं कि क्रूज केवल हुड़दंग और पार्टीबाजी ही है, शांतमना लोगों के लिए भी सुकून के पल बिताने के मौके हैं, चाहे वे लायब्रेरी में किताबों के पन्ने पलटते हुए हों या फिर डेक 13 से दूर समुद्र की लहरों में अस्त होते हुए सूरज को निहारते हुए या अपने कैमरे में खूबसूरत लम्हों को कैद करते हुए।

वैसे समुद्र का सीना चीरते जहाज के किसी भी डेक पर खड़े होकर क्षितिज को देखने या सूर्योदय या सूर्यास्त के समय रंग बदलते आसमान पर टकटकी लगाने या बस यूं ही आंखों से समुद्र की गहराई नापने का अहसास बिलकुल अलग सा है।

एसएस वरगो वाकई कई अनूठे अनुभव भी देता है। डेक आठ पर एक गैलरी है जिसमें जहाज पर आपके हर पल को कैद करती तस्वीरें लगी होती हैं जो जहाज के ही फोटोग्राफर कभी रस्मी तरीके से तो कभी अनौपचारिक अंदाज में खींचते है और उन्हें रोज वहां लगा दिया जाता है। आप वे तस्वीरें, बेशक थोड़ी महंगी ही सही, खरीदकर यादगार के तौर पर साथ भी ले जा सकते हैं। तीन दिन के सफर में दो दिन रास्ते में दो शहरों को देखने में निकल जाते हैं। जहाज लंगर डाल देता है, आप चाहें तो उतरकर शहर घूमें या न चाहें तो जहाज पर ही वक्त काटें। क्रूज के साथ-साथ यह कुछ नई जगहों को घूमने का भी मौका होता है, जहां हम वैसे नहीं जा पाते। जैसे मेरे लिए मलेशिया में पेनांग व थाईलैंड में फुकेट देखना भी खास अनुभव था। रोज सवेरे जहाज का छोटा सा अखबार आपको अपने कमरे में दिनभर की गतिविधियों से अवगत करा देता है। उसमें सारी हिदायतें भी दर्ज होती हैं।

वाटर स्लाइड

बच्चों व रोमांच प्रेमी बड़ों के लिए एक खास आकर्षण 12वीं मंजिल पर स्वीमिंग पूल के पास लगी वाटर स्लाइड है। यूं तो वाटर स्लाइड महानगरों के लिए कोई नई बात नहीं लेकिन समुद्र के बीचों-बीच 13 मंजिले जहाज में सबसे ऊपर यह स्लाइड हल्का-फुल्का रोमांच देती है क्योंकि जब आप नीचे आने के लिए सबसे ऊपर पहुंचते हैं तो आपको सबतरफ पानी ही पानी नजर आता है। स्लाइड का एक हिस्सा समुद्र में बाहर निकला हुआ है और वह हिस्सा पारदर्शी है, यानी जब ऊपर से फिसलते हुए आप उस जगह पर पहुंचते हैं तो जहाज से बाहर समुद्र के ऊपर होते हैं और आप अपने नीचे सागर का गहरा नीला पानी देख सकते हैं। इस तरह की स्लाइड दुनिया के गिने-चुने क्रूज जहाजों पर ही मिलेगी।

जहाज में शाम को रंगीन बनाने के कई तरीके हैं। आप कैसिनो में जाकर किस्मत के दांव आजमा सकते हैं या अपनी उंगलियों की करामात दिखा सकते हैं। डिस्कोथिक में तो शुरुआत ही रात डेढ़ बजे से होती है। गैलेक्सी ऑफ स्टार्स में चमकते सितारों व संगीत के बीच कई रोचक मुकाबले चलते हैं लेकिन सबसे ज्यादा आकर्षण लिडो थिएटर में होने वाले शो का रहता है। हर रोज अलग शो। पहले दिन म्यूजिकल सर्कस शो म्यूजिशियंस ऑफ ब्रेमन, दूसरे दिन कॉमेडी व जगलिंग शो टेरी परेड, तो तीसरे दिन शाम को खेलों में विलक्षण रोमांच का शो स्पो‌र्ट्स अनलिमिटेड और फिर रात में टॉपलेस शो पैशन। हर शो एक से बढ़कर एक। पैशन को छोड़कर बाकी सभी शो मुफ्त हैं। दिन में वक्त काटना हो तो लायब्रेरी है और सिनेमा हॉल भी। सेहत बनानी हो तो जिम है। पैसा खर्च करना हो तो स्पा व सैलून। स्वीमिंग पूल तो दिनभर खुला है ही, मन करे तो जैक्वजी में जाकर बैठ सकते हैं, तरोताजा हो जाएंगे।

जहाज की एक और खास बात यह कि यहां की मुद्रा तो सिंगापुर डॉलर है लेकिन जहाज पर रोजमर्रा आपको नकदी का कोई लेन-देन नहीं करना होता। हर केबिन के लिए एक कार्ड मिलता है जो केबिन की चाबी के साथ-साथ आपके हर खर्च की डायरी होती है। आपका हर खर्च उस कार्ड में दर्ज हो जाता है और वापसी में जहाज छोड़ने से पहले पासपोर्ट वापस करते समय यह राशि ले ली जाती है।

जहाज पर फोन व इंटरनेट की सुविधा है, लेकिन चूंकि यह सैटेलाइट फोन के जरिये मिलती है इसलिए महंगी पड़ती है। लिहाजा इसका इस्तेमाल ध्यान से करें। इतने विशाल जहाज में समुद्र के बीच मेहमानों की हर ख्वाहिश को पूरा करना, वाकई क्रूज की मेजबानी की काबिलियत की कहानी कहता है।

स्टार क्रूज

स्टार क्रूज दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी क्रूज कंपनी है और एशिया-प्रशांत क्षेत्र में अव्वल। नॉर्वेजियन क्रूज लाइन भी स्टार क्रूज परिवार से जुड़ी है जिसमें कुल 16 जहाज दुनिया में दो सौ जगहों की सैर कराते हैं। सिंगापुर, हांगकांग, ताईवान और आस्ट्रेलिया में इसके क्रूजिंग हब हैं। सुपर स्टार वरगो स्टार क्रूज के एशियाई बेड़े का सबसे बड़ा जहाज है। जहाज में 980 केबिन हैं, ज्यादातर केबिन में तीन बर्थ की सुविधा है। खाली दो निचली बर्थ को आधार पर गिना जाए तो इसमें 1960 यात्री सफर कर सकते हैं। जहाज अपनी पूरी क्षमता तक भरा हो तो 2700 यात्री इसमें एक साथ जा सकते हैं। इसमें 1400 क्रू मेंबर जोड़ लीजिए तो चार हजार से ज्यादा लोग इसमें एक साथ सफर करते हैं। जहाज पर बड़ों व बच्चों के स्वीमिंग पूल के अलावा हर तरह के स्वाद के लिए कुल 17 रेस्तरां व बार हैं। खेलकूद, मनोरंजन, कैसिनो, जिम-स्पा, थिएटर, सिनेमा, शॉपिंग, गैलरी, सैलून, लायब्रेरी, मीटिंग रूम, डिस्को, कैरोके पब.. जिस चीज का नाम लीजिए, हर चीज हाजिर है। बच्चों के लिए अलग हिस्सा है, यानी हर उम्र व शौक के लिए पूरा इंतजाम। बस जाने की कमी है।

अन्य जानकारी

सुपर स्टार वरगो में तीन रात के पैकेज की प्रति व्यक्ति न्यूनतम दर 23,100 रुपये है। इस दर पर इन साइड स्टेट रूम में जगह मिलती है जिसमें से समुद्र का नजारा नहीं दिखता। पांचवे व छठें डेक पर ओशन व्यू रूम के लिए यह दर 28,900 रुपये, बॉल्कनी वाले रूम के लिए यह 41,300 रुपये और जूनियर व एग्जीक्यूटिव स्वीट के लिए यह क्रमश: 68,900 व 84,800 रुपये प्रति व्यक्ति है। अगर दो रात का पैकेज लिया जाए तो उसकी दरें न्यूनतम 14,700 रुपये से शुरू होकर अधिकतम 56,700 रुपये प्रति व्यक्ति तक हैं। ध्यान रखें कि इन दरों में ठहरने के अलावा, दिन में छह वक्त का खाना (कुछ रेस्तराओं में), सार्वजनिक सुविधाओं का इस्तेमाल (स्वीमिंग पूल, जैक्वेजी, स्लाइड, डिस्को, जिम, लायब्रेरी, खेल सुविधाएं वगैरह) लगभग सभी थिएटर शो आदि शामिल हैं।

हां, कुछ खास रेस्तराओं में खाना, बार का इस्तेमाल, फोन-इंटरनेट, कैसिनो, और कुछ खास थिएटर शो (जैसे कि लॉस वेगास शो) के लिए अलग-अलग शुल्क चुकाना होता है। इसी तरह बीच सफर में जब आप किसी बंदरगाह पर रुकते हैं तो वहां घूमने के पैकेज का खर्च भी अलग उठाना होता है। लिहाजा पैकेज के अलावा बाकी सुविधाओं का इस्तेमाल सोच-समझकर, अपनी जरूरत व जेब के अनुसार करें।

इन दरों पर 45 व 60 दिन पहले बुकिंग कराने वालों को अलग-अलग रियायतें भी हैं। वक्त-वक्त पर खास प्रोमोशनल ऑफर भी आते रहते हैं। चूंकि स्टार क्रूज की सारी बुकिंग एजेंटों के जरिये होती है (स्टार क्रूज खुद सीधे बुकिंग नहीं करता) इसलिए हो सकता है एजेंट अपनी ग्राहकी बढ़ाने के लिए भी आपको थोड़ी रियायत दे दे। अक्टूबर से मार्च का समय पीक सीजन का होता है, इसलिए उस समय दरें भी बढ़ जाती हैं। लेकिन तब तक का इंतजार क्यों करना? छुट्टियां हैं, दरें कम हैं तो मौज उठाने तुरंत निकल लीजिए।

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