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देश के 12 प्रतिशत जंगल नए बने राज्य छत्तीसगढ़ के अंतर्गत हैं। वन्यजीवों की बहुलता से यहां तीन राष्ट्रीय उद्यान तथा 11 अभयारण्य हैं।
संजय गांधी नेशनल पार्क, इंद्रावली एवं कांगेर घाटी नेशनल पार्क तथा बरनारापारा, सीता नदी, उदंती, सेमरसोत, तमोरपिंगला, गोमरदा, पामेड़, भैरमगढ़, मोरमदेव, बादलखोल और अचानकमार यहां के अभयारण्य हैं। इंद्रावली नेशनल पार्क दंतेवाड़ा जिले में स्थित है। इस पार्क में मुख्यत: बाघ, तेंदुआ और गौर पाए जाते हैं। यह पार्क प्रोजेक्ट टाइगर के अंतर्गत आता है। कांगेर घाटी नेशनल पार्क जगदलपुर जिले में है।
बाघ, तेंदुआ, जंगली बिल्ली, चीतल, सांभर, बार्किग डीयर, जंगली सूअर, लंगूर, रीछ, फ्लाइंग स्कवीरल, अजगर, लकड़बग्घे, खरगोश, मगरमच्छ तथा सिवेट यहां खूब हैं। मैना व कई अन्य पक्षी भी यहां देखे जा सकते हैं। सीता नदी के दोनों तरफ फैले सीता नदी अभ्यारण्य में बाघ, चीतल व गौर खूब पाए जाते हैं। उदंती अभयारण्य जंगली भैंसे व बाघों के लिए जाना जाता है। बरनावापारा अभयारण्य बाघ, तेंदुए तथा गौर के लिए विख्यात है। अचानकमार, सेमरसोत व तमोरपिंगला बाघ, चीतल, गौर, तेंदुआ, सांभर, चीतल आदि के लिए प्रसिद्ध हैं। सभी राष्ट्रीय उद्यानों के पास सरकारी एवं निजी होटल तथा ट्रेवल लौज आदि बने हुए हैं जहां रहने और खाने-पीने की उचित व्यवस्था होती है।