संस्कृतियों का संगम

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इलाहाबाद भारत के प्रमुख पवित्र नगरों में से एक है। हिन्दू धार्मिक मान्यता के अनुसार भगवान ब्रह्मा जो सृष्टि के जनक है, ने पृथ्वी पर इस स्थान को जो तीन पवित्र नदियों के संगम पर है जो प्रक्रिष्ता यज्ञ हेतु चुना। पवित्र नदियां गंगा, यमुना एवं अदृश्य सरस्वती हैं। संगम को त्रिवेदी नाम से भी जाना जाता है। यह कुंभ मेले का मुख्य आकर्षण है। यह मेला विश्व का सबसे बड़ा श्रद्घालुओं का मेला होता है जो इलाहाबाद की शान बढ़ाता है।

तीर्थ राज

ब्रह्मा जी ने इसे ”तीर्थ राज” भी कहा है। वेदों, पुराणों, रामायण एवं महाभारत में भी इसका उल्लेख ‘प्रयाग’ के नाम से है। सन् 1575 में सम्राट अकबर यहां आया और उसने नए शहर की नींव रखी। इलाहाबास नाम से जो बाद में इलाहाबाद हो गया। उसने यहां यमुना के किनारे एवं बड़ा किला बनवाया जो निर्माण एवं नक्काशी का अनुपम उदाहरण है। सरस्वती कूप (कुआं) जो किले में है, उसे सरस्वती नदी का स्त्रोत माना जाता है। जोधाबाई का महल एवं पातालपुरी मंदिर (ऐसा विश्वास है कि श्रीराम इस मंदिर में आए थे) किले में अन्य दर्शनीय स्थल हैं। अक्षयवट भी आकर्षण का केन्द्र हैं।

शहर में कई मंदिर है जिसमें से संकट मोचन हनुमान मंदिर जो गंगा किनारे है, प्रसिद्घ है। कहा जाता है कि संत समर्थ गुरू रामदास ने भगवान हनुमान जी की मूर्ति स्थापित की थी जो 12 फुट से ज्यादा ऊंची है। संगम के निकट शंकर विमान मण्डपम है जो द्रविड़ शैली में बना है।

ऑलसेंट कैथेड्रल चर्च जो सर विलियम इमर्सन ने डिजाइन किया था, भवन निर्माण कला का उत्कृष्ट उदाहरण है। पब्लिक लाइब्रेरी, जो शहर की सबसे पुरानी लाइब्रेरी है, का निर्माण 1864 में चैतान लाइन्स में हुआ जो 1878 में चन्द्रशेखर आजाद पार्क के पास नए भवन में स्थानांतरित हो गई जो गोथिक शैली का अद्वितीय उदाहरण है।

इलाहाबाद संग्रहालय

इलाहाबाद जंक्शन तथा प्रयाग रेलवे स्टेशन से लगभग 3 किमी. तथा बम्हरौली हवाई अड्डे से 12 किमी. दूर सिविल लाइंस क्षेत्र में, चन्द्रशेखर आजाद पार्क के अंतर्गत हरे भरे उद्यान के बीच में स्थित है।    यह संग्रहालय अपने मृण्मूर्ति संग्रह-जिसमें 6000 से अधिक कलाकृतियां हैं-के लिए प्रख्यात है। लगभग 600 प्राचीन मोहरें भी हैं।

कहां ठहरें

यू. पी. टूरिस्ट,  होटल अजय इंटरनेशनल, राही इलावर्त-आवास गृह, सिविल लाइंस में 35, महात्मा गांधी मार्ग पर स्थित है। उ.प्र. राज्य पर्यटन विकास निगम लि. द्वारा संचालित इस टूरिस्ट बंगलों में आवासीय कमरों के साथ रेस्टोरेंट एवं बार भी संचालित है तथा यहां से अपटुअर्स के माध्यम से पैकेज टुअर्स, जिनमें विशेषकर धार्मिक पैकेज टुअर्स होते हैं।

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