हर मौके के लिए हाजिर है परेड

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1.हेलसिंकी सांबा कार्निवल, हेलसिंकी, फिनलैंड: ब्राजीली सांबा ने बाकी दुनिया में भी जश्न मनाने के तौर-तरीकों पर खासा असर डाला है। कई देशों में सांबा परेड होने लगी हैं। लिहाजा यदि ब्राजील दूर पड़ता हो तो आप जून में हेलसिंकी में भी इसका मजा ले सकते हैं जहां दो दिन का सांबा कार्निवल पिछले 18 सालों से हो रहा है। शुक्रवार को कार्निवल का उद्घाटन, शनिवार को परेड की धूम और परेड खत्म होने के बाद रंगारंग पार्टी। यह परेड फिनलैंड के सांबा स्कूलों की सालाना चैंपियनशिप भी होती है। इसकी गिनती यूरोप के 50 शीर्ष स्थानीय जलसों में होती है।

2.मरमेड परेड, कोनी द्वीप, न्यूयॉर्क, अमेरिका: मत्स्यकन्याओं की यह सालाना परेड देखने वाला जलसा है। अपनी तरह की यह सबसे अनूठी और विशाल परेड है जिसमें गरमियों की शुरुआत का जश्न मनाने के लिए बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उतर पड़ते हैं। बेहद उन्मुक्त माहौल में छोटे से लेकर बुजुर्ग तक अलग-अलग वेशभूषा धारण किए रहते हैं। सारे पात्र मत्स्यकन्याओं से प्रेरित होते हैं। कुछ लोग कपड़े तजकर केवल बॉडीपेंट पोतकर ही उतर पड़ते हैं। परेड खत्म होने के बाद शानदार पार्टी होती है जिसमें नृत्य व संगीत की धूम होती है।

3.किंग कामेहामेहा फ्लोरल परेड, होनोलुलु, हवाई, अमेरिका: हवाई द्वीपों की खूबसूरती और होनोलुलु के नाम से आप परिचित होंगे। 18वीं सदी के आखिरी सालों में हवाई पर शासन करने वाले राजा कामेहामेहा की याद में फूलों की यह शानदार परेड होती है जिसमें घुड़सवार और मार्चिग बैंड भी शामिल होते हैं। हर साल 11 जून को राजा के जन्मदिन से ठीक पहले आने वाले शनिवार को यह परेड होनोलुलु की सड़कों पर आयोजित की जाती है। सारे लोग भी फूलों में सजे-धजे नजर आते हैं। राजा की मू्र्ति को 40 फुट लंबा फूलों का हार पहनाया जाता है।

4.छंताबुरी फ्रूट एंड गुड फेस्टिवल, मुख्य स्टेडियम, छंताबुरी, थाईलैंड: फूलों की झांकियों के बारे में आपने सुना होगा लेकिन फलों की झांकियों को इतने सुंदर तरीके से केवल यहीं देख पाएंगे। फलों के शौकीनों के लिए यह एक यादगार झलक हो सकती है। जलसे के केंद्र में डुरियन फल होता है जो केवल थाईलैंड, मलेशिया व फिलीपींस के कुछ इलाकों में पाया जाता है। इस इलाके में इसे फलों के राजा के तौर पर माना जाता है। बाहर से सख्त कांटेदार सतह वाला यह फल हमारे कटहल जैसा दिखता है। अंदर नरम गूदा होता है। यहां इसकी दर्जनभर किस्में होती हैं। यह जलसा इसी फल की शान का है।

5.रीफ एंड रैनफॉरेस्ट कार्निवल, मौसमैन, क्वींसलैंड, आस्ट्रेलिया: पोर्ट डगलस अपने टूरिस्ट सीजन की शुरुआत इस शानदार कार्निवल के साथ करता है। यह कार्निवल 1993 में महज इक्का-दुक्का स्टॉलों के साथ शुरू हुआ था, अब इसमें हर साल खेल से लेकर झांकियां और परेड तक तमाम गतिविधियां होती हैं जिनमें पचास हजार से ज्यादा लोग शामिल होते हैं। कार्निवल की ज्यादातर गतिविधियां पोर्ट डगलस में होती हैं जो क्वींसलैंड में एक खूबसूरत जगह है। कुछ कार्यक्रम पड़ोस के मौसमैन शहर में होते हैं।

6.जून बोनफायर फेस्टिवल्स, रियो डी जनेरिया, ब्राजील: इसे उत्तर भारत में मनाई जाने वाली लोहड़ी के समान माना जा सकता है। यह ब्राजीली संस्कृति का अभिन्न हिस्सा है। खेल, नाच-गाने, आतिशबाजी और बोनफायर इसके स्वरूप है। बड़े-बच्चे, सब पारंपरिक पोशाकों में त्यौहारी माहौल में सराबोर नजर आते हैं। सड़कों, चौराहों, क्लबों, स्कूलों व चर्चोमें सब जगह यह जलसा नजर आता है। खाने-पीने के देशी व्यंजनों के हाट सजाये जाते हैं। सेंट एंथनी, सेंट जॉन और सेंट पीटर की स्मृति में जून में तीन दिन यह जश्न होता है।

7.ग्रेट विस्कोंसिन चीज फेस्टिवल, डॉयल पार्क, लिटिल च्यूट, विस्कोंसिन, अमेरिका: आप चीज या देशी भाषा में कहें तो पनीर के शौकीन हैं तो चटखारे लेने का यह शानदार अवसर है। विस्कोंसिन को अमेरिका की डेयरी राजधानी कहा जाता है। हर साल फोक्स नदी के किनारे बसा यहां का लिटिल च्यूट गांव चीज का जलसा करता है। चीज के अलग-अलग स्वाद और अलग-अलग प्रयोग। शौकीनों के लिए कई तरह की प्रतियोगिताएं और खूबसूरत परेड भी होती हैं। इस साल इस फेस्टिवल की 20वीं सालगिरह है।

8.चम्पाकुलम बोट रेस, अल्लपुझा, केरल: केरल के बैकवाटर्स में होने वाली नौका दौड़ें देशी-विदेशी पर्यटकों के लिए अपने आपमें बहुत बड़ा आकर्षण हैं। केरल में सारी बोट रेस मानसून के दौरान ही होती हैं और सदियों पुरानी चम्पाकुलम रेस सीजन की सबसे पहली रेस होती है। जाहिर है कि केवल रेस के अलावा सीजन की शुरुआत का महत्व भी इससे जुड़ा हुआ है। इसलिए तमाम रंगारंग आयोजन इस मौके पर होते हैं। सजी-धजी नावें, झाकियां, नाविकों के गीत, और सौ-सौ फुट की सर्पाकार नावों की रोमांचक चुंडनवेलम रेस।

9.डेज ऑफ द रोज, रॉयल एबे ऑफ चालिस, पेरिस, फ्रांस: अगर आपको फूलों से और उनमें भी फूलों के राजा गुलाब से मोहब्बत है तो इश्क का इजहार करने का बेहद खूबसूरत मौका। कहा जाता है कि यहां के गुलाब सदियों से चित्रकारों व कवियों को प्रेरणा देते रहे हैं। इन दिनों गुलाब से जुड़ी हर चीज आपको यहां मिल जाएगी-इत्र से लेकर घर में उगाने की तरकीब तक। पेरिस से 40 किलोमीटर दूर जंगलों में स्थित यह विहार सात सौ साल पुराना है। अब यहां एक संग्रहालय है। जून में यहां के गुलाब पूरे इलाके में नई महक बिखेर देते हैं।

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