भारत के आर्टिकल्स
कुछ सालों पहले तक स्कीइंग भारतीयों की नजर में विदेशी लोगों और बॉलीवुड की फिल्मों का ही शगल था। भारत में तब स्की रिसॉर्ट ऐसे नहीं थे और जो थोड़ी-बहुत सुविधाएं थीं, वे भी आम लोगों की पहुंच से दूर थीं। लेकिन तस्वीर बड़ी तेजी से बदल... आगे पढ़े
मीनाक्षी मंदिर: आस्था और कलात्मक सौंदर्य का संगम
दक्षिण भारत की द्रविड़ स्थापत्य कला और मूर्ति कला का अनुपम उदाहरण मीनाक्षी मंदिर आज विश्व भर में प्रसिद्ध है। आज जब संसार के आधुनिक आश्चर्यो को पहचानने के प्रयास किए जा रहे हैं, तब इस मंदिर के कलात्मक सौंदर्य से प्रभावित लोग... आगे पढ़े
फार्म टूरिज्म: अब चलें गांव की ओर
कुछ समय पहले यह बात कहना मुनासिब रहा हो लेकिन अब जब कोई गांव से आए, तब ही बचपन को याद करने की जरूरत नहीं रह गई है। आज के बदलते परिवेश में आधुनिक चकाचौंध से ऊबकर मनुष्य फिर से प्राकृतिक नीड़ की शरण में जाने को उतावला है। समय की बदलती... आगे पढ़े
रुद्रगेरा: हिमालय की गोद में जाने का रोमांच
मध्य हिमालय के गढ़वाल क्षेत्र में गंगोत्री से यदि दक्षिण की ओर चलें तो बेहद सुंदर रूद्रगेरा, जोगिन और गंगोत्री पर्वत श्रृंखलाओं के अलौकिक दर्शन होते है। यहां की सभी पर्वत चोटियों पर चढ़ने के लिए आधार शिविर रुद्रगेरा पर्वत... आगे पढ़े
गोवा: अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों का चहेता स्थल
सैलानियों का चहेता और खूबसूरत समुद्री तटों से सुसज्जित गोवा शीघ्र ही अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं पर्यटकों के लिए उपलब्ध कराएगा। गोवा जैसे शांतिप्रिय प्रदेश में ‘बीच टूरिज्म’ के अतिरिक्त और कई आकर्षण के केंद्र विकसित... आगे पढ़े
रांची : झरने ही झरने दसम फॉल्स : राजधानी रांची से टाटा रोड पर 40 किलोमीटर दूर तैमारा गांव के निकट बहती है कांची नदी। यहां दसम घाघ पर यह नदी 144 फुट की ऊंचाई से गिरते हुए शानदार झरना बनाती है। रांची से 28 किलोमीटर की दूरी पर हुंडरू फॉल्स... आगे पढ़े
मनोरम झारखंड: दिल भी अटके नजर भी
प्राकृतिक सौंदर्य, खनिज संपदा और बहुआयामी पर्यटन स्थलों का धनी प्रदेश है झारखंड, जहां आप प्राकृतिक विरासत का वास्तविक आनंद ले सकते हैं। झारखंड आधुनिकीकरण और शहरीकरण के दुष्प्रभावों से काफी हद तक बचा हुआ है। जंगल, पहाड़, घाटी,... आगे पढ़े
खूबसूरत झीलों, आलीशान महलों और मनोरम उद्यानों का शहर उदयपुर रोमानियत भरा ऐतिहासिक शहर है। यहां की फिजाओं में आज भी वीर राणाओं की शौर्य गाथाएं गूंजती हैं। सूर्यवंशी सिसोदिया राजाओं का मेवाड़ पर 1200 वर्षों तक शासन रहा। 16वीं सदी... आगे पढ़े
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