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दक्षिण भारत के आर्टिकल्स
आयुर्वेद ने दिया पर्यटन को नया आयाम
इलाज के लिए दुनिया के कई देशों से लोगों के भारत आने की परंपरा वैसे तो बहुत पुराने समय से चली आ रही है, परंतु इसे व्यवसाय का रूप अब जाकर मिल सका है। चिकित्सा के क्षेत्र में दुनिया की सबसे पुरानी विकसित विधियों में एक आयुर्वेद को... आगे पढ़े
मिट्टी में नहाएं या बनाएं रेत के महल
आनायुत्तू, वदक्कुमनाथा मंदिर, त्रिशूर केरल की प्रकृति के साथ-साथ वहां की धार्मिक रीति में हाथियों की बड़ी भूमिका है। हर साल मलयालम महीने करकीदकम के पहले दिन मनाया जाने वाला यह पर्व दरअसल हाथियों का महाभोज है। इस दिन बड़ी संख्या... आगे पढ़े
पांडिचेरी: जहां फ्रांस की बयार बहती है
पांडिचेरी पहले फ्रांसीसी शासन के अधीन था। सितंबर 2006 से इसका नाम पुडुचेरी कर दिया गया है जिसका तमिल भाषा में अर्थ है नया गांव। इसकी सबसे ज्यादा चर्चा लंबे समय तक फ्रांसीसी कॉलोनी के रूप में रहने और महर्षि अरविंद द्वारा स्थापित... आगे पढ़े
शबरिमला: ब्रह्मचारी अय्यप्पन का वास
केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम से 175 किमी. की दूरी पर पंपा है, और वहीं से चार-पांच किमी. की दूरी पर पश्चिम घाट से सह्यपर्वत श्रृंखलाओं के घने जंगलों के बीच, समुद्र की सतह से लगभग 1000 मीटर की ऊंचाई पर शबरिमला मंदिर है। ‘मला’ मलयालम... आगे पढ़े
कैमल फेस्टिवल, बीकानेर, राजस्थान थार के रेगिस्तान की सैर का उपयुक्त माहौल बनाता एक रंगारंग आयोजन। जूनागढ़ फोर्ट के लाल पत्थरों की पृष्ठभूमि में सजे-धजे ऊंटों की सवारी से शुरू होता है यह जलसा। जब ऊंट फेस्टिवल तो ज्यादातर आयोजन... आगे पढ़े
दिन बारिश के हों तो घर में बैठकर चाय-पकोड़े खाना सबसे ज्यादा सुहाता है। लेकिन नहीं जनाब! घूमने वाले कहते हैं कि बारिश में यायावरी का भी अपना मजा है और बात अगर कोंकण से लेकर केरल तक की सैर की हो तो फिर कहना ही क्या। तो आइए उपेंद्र... आगे पढ़े
सागर में सुंदर द्वीपों की लड़ी अंडमान-निकोबार
बंगाल की खाड़ी में स्थित और अंडमान सागर की जल सीमा से सटे अंडमान निकोबार द्वीप समूह 572 खूबसूरत द्वीपों, टापुओं और पन्ने व मूंगे की चट्टानों का एक वृहत समूह है। समुद्र में बनी सुंदर द्वीपों की यह लड़ी जितनी शांत है, प्राकृतिक और... आगे पढ़े
भारत के मस्तक पर मुकुट के समान सजे हिमालय के धवल शिखरों को निकट से देखने के बाद हर सैलानी के मन में भारतभूमि के अंतिम छोर को देखने की इच्छा भी उभरने लगती है। शायद इसीलिए हम भी कश्मीर की यात्रा के बाद से ही बिलकुल दक्षिण में स्थित... आगे पढ़े
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