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अन्य के आर्टिकल्स
किब्बर: चलें हिमाचल के सबसे ऊंचे गांव
हिमाचल में स्तिथ किब्बर की धरती पर बारिश का होना किसी अजूबे से कम नही होता। बादल यहां आते तो हैं लेकिन शायद इन्हें बरसना नहीं आता और ये अपनी झलक दिखाकर लौट जाते हैं। एक तरह से बादलों को सैलानियों का खिताब दिया जा सकता है जो घूमते,... आगे पढ़े
हिमालय से एकाकार कराता है चोपता तुंगनाथ
उत्तराखंड की हसीन वादियां किसी भी पर्यटक को अपने मोहपाश में बांध लेने के लिए काफी है। कलकल बहते झरने, पशु-पक्षी ,तरह-तरह के फूल, कुहरे की चादर में लिपटी ऊंची पहाडि़या और मीलों तक फैले घास के मैदान, ये नजारे किसी भी पर्यटक को स्वप्निल... आगे पढ़े
खजुराहो डांस फेस्टिवल, खजुराहो, मध्य प्रदेश खजुराहो के मंदिर इतने खूबसूरत हैं कि नृत्य और संगीत मानो यहां के पत्थरों में सब तरफबिखरा पड़ा है। यूं तो हर प्राचीन इमारत का अपना समृद्ध इतिहास होता है लेकिन खजुराहो के मंदिरों जैसे... आगे पढ़े
सिक्किम की वादियों में बाइकिंग का मजा
कंचनजंघा की धरती सिक्किम भारत के सबसे हसीन इलाकों में से है। प्रकृति ने इसे बेपनाह खूबसूरती बख्शी है। इधर सिक्किम रोमांचक पर्यटन के नए केंद्र के रूप में काफी लोकप्रिय हो रहा है। इसकी शायद सबसे बड़ी वजह इसका बाकी पहाड़ी पर्यटन... आगे पढ़े
मनुष्य की जिज्ञासा, उसे कहां-कहां नही ले जाती। इसी जिज्ञासावश अमेरिका से भारत वापसी के मार्ग में हमने हांगकांग भ्रमण का कार्यक्रम बना लिया। हांगकांग को गगनचुंबी इमारतों का देश या लैंड ऑफ स्काई स्क्रेपर्स भी कहा जाता है। इसका... आगे पढ़े
शबरिमला: ब्रह्मचारी अय्यप्पन का वास
केरल की राजधानी तिरुवनंतपुरम से 175 किमी. की दूरी पर पंपा है, और वहीं से चार-पांच किमी. की दूरी पर पश्चिम घाट से सह्यपर्वत श्रृंखलाओं के घने जंगलों के बीच, समुद्र की सतह से लगभग 1000 मीटर की ऊंचाई पर शबरिमला मंदिर है। ‘मला’ मलयालम... आगे पढ़े
हनीमून के लिए गोर्नेग्रात स्विट्जरलैंड के उत्तरी हिस्से से दक्षिण जरमेट में वलायस क्षेत्र के बीच एक नई रेल सुरंग बन जाने से सैलानियों के समय में खासी बचत होगी। यूं तो स्विट्जरलैंड इतना खूबसूरत है कि वहां का लंबा सफर भी कम आनंददायक... आगे पढ़े
नई दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से जिस वक्त हमने उड़ान भरी रात के 12 बज रहे थे। मौसम की गड़बड़ी के कारण हमारी फ्लाइट देर हो गई थी। सवा पांच घंटे की यात्रा के बाद ही जब हम कुआलालम्पुर पहुंचे उस वक्त मलेशियाई... आगे पढ़े
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