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सांस्कृतिक पर्यटन
शिल्प में दर्ज अतीत सुनहरे दौर का
भारत के इतिहास में कई राजवंशों ने अपने स्थापत्य शिल्प की अमिट छाप आने वाली सहस्राब्दियों के लिए छोड़ी है। दक्षिण भारत का विजयनगर साम्राज्य ऐसा ही एक बड़ा राज्य रहा है, जिसके अमूल्य निर्माण आज भी हमारी सभ्यता की महत्वपूर्ण... आगे पढ़े
आमेर फोर्ट: कछवाहा राजाओं का गौरवशाली गढ़
जयपुर के समीप स्थित आमेर का किला कछवाहा राजपूतों के गौरवशाली इतिहास का गवाह है। आमेर की घाटी में मीणाओं को फतह कर उन्होंने जब आमेर नगरी बसाई तो वहीं एक पहाड़ी पर उन्होंने भव्य किले का निर्माण कराया था। वही किला आज आमेर फोर्ट... आगे पढ़े
शांति का मूर्त रूप सांची स्तूप
दुनिया के इतिहास में अगर ऐसा सम्राट ढूंढा जाए जिसे शौर्य और शांति दोनों के लिए जाना जाता हो तो वह अशोक हैं। जिन लोगों के कारण भारतभूमि स्वयं को गौरवान्वित अनुभव करती है उनमें अशोक भी एक हैं और इसीलिए दुनिया के महान सम्राटों... आगे पढ़े
प्राचीन किले, महल, इमारतें आदि दर्शनीय स्थलों के अतिरिक्त राजस्थान में वर्ष भर चलते रहने वाले कई त्योहारों, महोत्सवों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के चलते देशी और विदेशी पर्यटकों का आना-जाना हमेशा बना रहता है। इनमें एक महत्वपूर्ण... आगे पढ़े
राजस्थान को महलों, किलों और हवेलियों की धरती होने के साथ-साथ मेलों और उत्सवों की धरती होने का गौरव भी हासिल है। मरुभूमि के इस अंचल को प्रकृति ने भले ही चटख रंगों से नहीं संवारा, लेकिन मरुवासियों ने इसे अपनी संस्कृति के रंगों... आगे पढ़े
प्रकृति और संस्कृति की समृद्ध विरासत छत्तीसगढ़
प्राय: जाने-माने पर्यटन स्थलों के आकर्षण के चलते ऐसे कई महत्वपूर्ण सैरगाह सैलानियों से छूट जाते हैं, जो वास्तव में आदर्श सैरगाह होते हैं। छत्तीसगढ़ की अनोखी सांस्कृतिक विरासत एवं प्राकृतिक विविधता का आधार वहां के ऐतिहासिक... आगे पढ़े
देश के करीब-करीब मध्य में स्थित राज्य मध्य प्रदेश के लगभग मध्य में उसकी राजधानी भोपाल है। पड़ोसी राज्य राजस्थान या उत्तर प्रदेश के मुकाबले यह शहर राजधानी होने के बावजूद ज्यादा शोर-शराबे से ग्रस्त नहीं है। आप अगर सड़क या ट्रेन... आगे पढ़े
पिंजौर गार्डन: जहां सिमटी हैं मनोरम वादियां
पिंजौर का जिक्र आते ही हमारी आंखों के आगे एक स्थल का नक्शा तैरने लगता है जो इतिहास के आईने से तो झांकता ही है, प्रकृति भी जहां झूमती, गाती, खिलखिलाती मालूम पड़ती है। दिल्ली-शिमला राजमार्ग पर चंडीगढ़ से 22 किलोमीटर दूर शिवालिक पर्वतमालाओं... आगे पढ़े