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सांस्कृतिक पर्यटन
राजस्थान के थार मरुस्थल में बसा, जैसलमेर अद्भुत विषमताओं का शहर है। दूर-दूर तक फैले रेत के सुनहरे मैदानों के मध्य यह शहर भी स्वर्ण आभा से दीप्त लगता है, क्योंकि यह पूरा शहर पीले रंग के पत्थरों से निर्मित है। इसे गोल्डन सिटी यानी... आगे पढ़े
भारत के सबसे लोकप्रिय और सदाबहार पर्यटन स्थलों में शामिल है गोवा। यहां प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर समुद्रतट हैं तो इतिहास के झरोखे में झांकने के लिए कई किले भी हैं। साझी संस्कृति की झलक देते मंदिर और गिरजाघर हैं तो कलाप्रेमियों... आगे पढ़े
संसार की दस लक्जरी यात्राओं में शुमार ‘पैलेस ऑन व्हील्स’ की यात्रा अपने नाम के अनुरूप पहियों पर घूमते राजमहल जैसी है और इसका हर यात्री राजा के समान। राजस्थानी संस्कृति की झलक दिखाती इस यात्रा में सैलानी एक हफ्ते के लिए... आगे पढ़े
महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले के कोपरगांव क्षेत्र में छोटा सा कस्बा है शिरडी। यहां आज रोजाना 50 हजार भक्त साई बाबा के दर्शनार्थ पहुंचते हैं और गुरुवार तथा रविवार को यह संख्या एक लाख पार कर जाती है। दशहरा, रामनवमी, गुरुपूर्णिमा... आगे पढ़े
आकर्षण के कई केंद्र हैं देवघर में
झारखंड के देवघर जिले में स्थित विश्वप्रसिद्ध बैद्यनाथ मंदिर स्थापत्य कला की दृष्टि से देश के प्राचीनतम मंदिरों में से एक है। पत्थरों से निर्मित इस मंदिर के शिखर पर स्वर्ण कलश है और कलश पर पंचशूल। मंदिर के गुंबद के भीतरी तल... आगे पढ़े
शिल्प और आस्था का संगम है उड़ीसा
ऐतिहासिक स्थापत्य, अद्भुत मूर्तिशिल्प व सुनहरे सागरतट की भूमि उड़ीसा में पुरी, कोणार्क और भुवनेश्वर का पर्यटनत्रय प्रकृति, धर्म व सूर्य के समन्वय का अनूठा मिसाल है। हमारी यात्रा का पहला पड़ाव था पुरी। देश के चार पवित्र धामों... आगे पढ़े
मराठों का मिनी खजुराहो गणेश बाग
राजश्री टंडन जैसे लोगों ने खजुराहो, उसके वास्तु, उसके दर्शन का जमकर विरोध किया किन्तु खजुराहो का दर्शन और उसका शिल्प भारतीय कला पर अपनी छाप छोड़ता गया। बुंदेलखंड और उसके बाहर अनेक ऐसे मंदिर मिल जाएंगे जिन पर खजुराहो के दर्शन... आगे पढ़े
कालिंजर को कालजयी यूं ही नहीं कहा जाता है। इसने कालखंड के प्रत्येक प्रसंग को, चाहे वो प्रागैतिहासिक काल के पेबुल उपकरण हों, पौराणिक घटनाएं हों या 1857 का विद्रोह हो, सबको बहुत ही खूबसूरती से अपने आंचल में समा रखा है। वेदों में उल्लेख... आगे पढ़े