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Himalayan tourism

रोमांचक अनुभव है लाहौल घाटी में ट्रेकिंग

रोमांचक अनुभव है लाहौल घाटी में ट्रेकिंग

हिमाचल प्रदेश की लाहौल घाटी में क्योरोंग पर्वत श्रृंखलाएं ट्रेकिंग के लिए बेहद सुंदर और रोमांचक हैं। पंक्षी नाला क्षेत्र में समुद्रतल से लगभग 17-18 हजार फुट ऊंचे भव्य हिमाच्छादित पर्वत शिखर हैं जिन्हें देखने पर आप मंत्रमुग्ध... आगे पढ़े

आस्था की भूमि है केदारखंड

आस्था की भूमि है केदारखंड

आस्था और अध्यात्म की भूमि उत्तरांचल का एक बड़ा भाग है केदारखंड। देवभूमि का यह भाग भगवान शिव का क्रीड़ास्थल कहा जाता है। इसलिए इस स्थान पर भगवान शिव के कई मंदिर हैं। इनमें पंचकेदार के दर्शन का महत्व सबसे अधिक है। केदारखंड एक... आगे पढ़े

श्रद्धा की रोमांचक यात्रा अमरनाथ

श्रद्धा की रोमांचक यात्रा अमरनाथ

आस्था एवं साहस की बुलंदियों का पर्याय है अमरनाथ यात्रा। समुद्रतल से 14500 फुट की ऊंचाई पर विशाल प्राकृतिक गुफा के रूप में अवस्थित है यह तीर्थ। इसी गुफा में भगवान शिव हिमलिंग के रूप में आकार लेते हैं। हर वर्ष सावन माह में इस हिम... आगे पढ़े

सुंदरता का शिखर

सुंदरता का शिखर

मिलम ग्लेशियर हिमालय के दुर्गम क्षेत्रों में एक है मिलम ग्लेशियर। उत्तरांचल के कुमाऊं क्षेत्र की यह धरोहर तिब्बत व नेपाल से सटे गांव मिलम के नाम से ही प्रसिद्ध है। यह सिर्फ ऊंचाई ही नहीं, सुंदरता की दृष्टि से भी शिखर है। मध्य... आगे पढ़े

ऋषियों की तपोभूमि में विष्णु के पांच धाम

ऋषियों की तपोभूमि में विष्णु के पांच धाम

प्रकृति के अलौकिक सौंदर्य से परिपूर्ण हिमालय की चोटियां ऋषियों एवं योगियों की तपस्थली रही हैं। यहां स्थित देवालयों में बद्रीकाश्रम का महत्व सबसे अधिक है। आदि शंकराचार्य ने संपूर्ण भारत को एक सूत्र में बांधने के लिए जिन चार... आगे पढ़े

आस्था का रोमांचक सफर गंगोत्री

आस्था का रोमांचक सफर गंगोत्री

उत्तरांचल में ट्रेकिंग करें या पर्वत शिखरों पर आरोहण के लिए जाएं,  आधारस्थल के रूप में गंगोत्री आदर्श है। यही नहीं, उत्तराखंड के चार धामों में से गंगोत्री एक है। भोजपत्र के वृक्षों के जंगल भी यहीं मिलते हैं। समुद्रतल से 10 हजार... आगे पढ़े

कुमाऊँ-एक दस्तक

कुमाऊँ-एक दस्तक

उत्त्तरांचल राज्य के प्रमुख पर्यटक स्थलों में नैनीताल, मंसूरी, रानीखेत, अल्मोड़ा, कौसानी, देहरादून प्रमुख हैं। पर्यटक देहरादून एवं ऋषिकेश तथा नैनीताल से 36 कि.मी. पहले स्थित काठगोदाम नामक रेलवे स्टेशन तक रेल मार्ग से पहुंच... आगे पढ़े

ओम् को साकार करता शिवधाम ओंकारेश्वर : मध्य प्रदेश की आस्था का प्रतीक

ओम् को साकार करता शिवधाम ओंकारेश्वर : मध्य प्रदेश की आस्था का प्रतीक

समूची सृष्टि ओंकार से ही उत्पन्न हुई है, इस सत्य से साक्षात्कार के लिए ओंकारेश्वर से श्रेष्ठ स्थल नहीं हो सकता है। प्रकृति ने स्वयं इस भूखंड पर अपनी तूलिका से ओम् उकेरा है। नर्मदा नदी के प्रवाह ने यहां एक मील लंबे और डेढ़ मील... आगे पढ़े

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