ऐतिहासिक के आर्टिकल्स

केरल – शांति और ईश्वर का निवास

केरल – शांति और ईश्वर का निवास

महानगर की भाग-दौड और कोलाहल से दूर केरल में हमारा पहला पडाव था एर्नाकुलम। कोच्चि से सटे इस छोटे लेकिन बेहद अहम् शहर में फैमिली फ्रेंड वासु के यहां ठहरना हुआ। केरल की विशुद्ध संस्कृति से रू-ब-रू होने का यह पहला मौका था। डोसा,... आगे पढ़े

कौसानी कण-कण में बसा सौंदर्य

कौसानी कण-कण में बसा सौंदर्य

कौसानी के बारे में 11 जुलाई 1929 के यंग इंडिया में महात्मा गांधी ने लिखा था, मैं साश्चर्य सोचता हूं कि इन पर्वतों के दृश्यों व जलवायु से बढकर होना तो दूर रहा, बराबरी भी संसार का कोई अन्य स्थान नहीं कर सकता। हमारे देशवासी स्वास्थ्य... आगे पढ़े

सिलवासा: आपाधापी से दूर सुकून के पल

सिलवासा: आपाधापी से दूर सुकून के पल

महानगरों की आपाधापी से दूर और इतना दूर भी नहीं हैं- दादरा व नागर हवेली। एक नाम जो सामान्य ज्ञान की किताबों से ही जाना-समझा। सिलवासा वहां की ही राजधानी है। विशाल कतारबद्ध पेडों के बीच गुजरती सडकें, क्षितिज तक फैली छोटी-छोटी पहाडियां,... आगे पढ़े

बाजीराव-मस्तानी के अमर प्रेम का गवाह

बाजीराव-मस्तानी के अमर प्रेम का गवाह

कमल-कुमुदिनियों से सुशोभित मीलों तक फैली बेलाताल झील के किनारे खडे जैतपुर किले के भग्नावशेष आज भी पेशवा बाजीराव और मस्तानी के प्रेम की कहानी बयां करते हैं। ऋषि जयंत के नाम पर स्थापित जैतपुर ने चंदेलों से लेकर अंग्रेजों तक... आगे पढ़े

श्रीलंका का दिल है कैंडी

श्रीलंका का दिल है कैंडी

कैंडी  का अहसास बाकी श्रीलंका से अलग है। कोलंबो, गॉल, जाफना या त्रिंकोमाली- ज्यादातर बडे शहर समुद्र के किनारे हैं और इसलिए समुद्री उमस और लहरें आपका पीछा नहीं छोडतीं। कैंडी इस द्वीप देश का हिल स्टेशन सरीखा है, इसलिए यहां की आबोहवा... आगे पढ़े

डुंडलोद स्थित गोयनका हवेली खुर्रेदार

डुंडलोद स्थित गोयनका हवेली खुर्रेदार

डुंडलोद स्थित गोयनका हवेली खुर्रेदार हवेली के नाम से प्रसिद्ध है। स्थापत्य के अप्रतिम उदाहरण इस हवेली का निर्माण उद्योग कर्मी अर्जन दास गोयनका द्वारा करवाया गया था जो अपने समय के सुविज्ञ और दूरदर्शी थे। व्यापार-व्यवसाय... आगे पढ़े

मानव विकास का आरंभिक स्थान है भीम बैठका

मानव विकास का आरंभिक स्थान है भीम बैठका

मध्य प्रदेश के दर्शनीय स्थलों में भीम बैठका महत्वपूर्ण स्थान है। प्रदेश की राजधानी भोपाल से यह स्थान लगभग 55 किमी. दूर है। भीम बैठका अपने शैल चित्रों और शैलाश्रयों के लिए प्रसिद्ध है। इनकी खोज वर्ष 1957-58 में डाक्टर विष्णु श्रीधर... आगे पढ़े

हवेलियों से भरा-पूरा है शेखावटी

हवेलियों से भरा-पूरा है शेखावटी

डुंडलोद स्थित गोयनका हवेली खुर्रेदार हवेली के नाम से प्रसिद्ध है। स्थापत्य के अप्रतिम उदाहरण इस हवेली का निर्माण उद्योग कर्मी अर्जन दास गोयनका द्वारा करवाया गया था जो अपने समय के सुविज्ञ और दूरदर्शी थे। व्यापार-व्यवसाय... आगे पढ़े

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