फ्रांस के आर्टिकल्स

कहीं फूलों का जलसा कहीं नावों का

कहीं फूलों का जलसा कहीं नावों का

पेनांग फ्लोरल फेस्टिवल- पेनांग, मलेशिया पेनांग का बोटोनिकल गार्डन दक्षिण-पूर्व एशिया में सबसे खूबसूरत माना जाता है। यह 72 एकड़ में फैला है और यह 19वीं सदी के आखिरी सालों में अंग्रेजों ने बनवाया था। इतने बड़े उद्यान को ढंग से देखने... आगे पढ़े

पेरिस की रंगीन शाम

पेरिस की रंगीन शाम

मुझे शुरू से पर्यटन में रुचि रही है। छुट्टियां आने से एक माह पहले मैं योजना बनाने में जुट जाती थी कि इस बार कहां जाना है, क्या क्या देखना है। मगर अब दिन-रात शूटिंग की आपाधापी में घूमने-फिरने का अवसर ही नहीं मिलता है। पर्यटन के... आगे पढ़े

शाकाहारियों के लिए स्वाद की किस्में कई

शाकाहारियों के लिए स्वाद की किस्में कई

इटली और फ्रांस दोनों ही देश अपने खानपान के लिए मशहूर हैं। खाने के शौकीन लोगों की फेहरिस्त में इटैलियन फूड अहम जगह बनाए हुए हैं तो फ्रांस की वाइन पीने के शौकीनों के बीच खासी लोकप्रिय है। पास्ता, पिजा, स्पगेटी, रेवियोली, मैकरोनी... आगे पढ़े

फैशन और डिजाइन के महासमुद्र में

फैशन और डिजाइन के महासमुद्र में

फ्रांस को दुनिया भर में फैशन की राजधानी माना जाता है तो इटली को डिजाइन की। संसार को हर पल नया रूप-नया रंग देने में इन दोनों देशों का महत्वपूर्ण योगदान है। दुनिया का आज जो रंग-रूप है उसे तय करने और आधुनिकता की लहर को प्रभावी करने... आगे पढ़े

सौंदर्य और शौर्य के देश फ्रांस व इटली

सौंदर्य और शौर्य के देश फ्रांस व इटली

युरोप के प्रमुख देशों की जब गिनती की जाती है तो उनमें फ्रांस और इटली का  नाम पहली पंक्ति में आता है। इन दोनों देशों की खासियत यह है कि ये अपनी पारंपरिक विरासत के मामले में जितने समृद्ध और उसे सहेजने में जितने सतर्क हैं, आधुनिकता... आगे पढ़े

एक होटल जो खुद  सैलानी है

एक होटल जो खुद सैलानी है

घूमने-फिरने का शौक हो और जेब में थोड़ा वजन हो तो इस दुनिया के ऐसे अनूठे रंग आप देख सकते हैं जिनके बारे में ज्यादातर लोगों ने सुना भी नहीं होता। ठहरने की नायाब जगहों के क्रम में इस बार हम जिक्र कर रहे हैं एक ऐसे होटल का जो होटल नहीं... आगे पढ़े

ओरिएंट एक्सप्रेस - यूरोप की सैर का शाही अंदाज

ओरिएंट एक्सप्रेस – यूरोप की सैर का शाही अंदाज

ओरिएंट एक्सप्रेस यूरोप के मनमोहक शहरों से गुजरती है। इस ट्रेन का मुकाबला भारत की ‘पैलेस ऑन व्हील्स‘ से किया जा सकता है। इस ट्रेन ने अपना पहला सफर पेरिस से इस्तांबुल तक सन् 1883 में किया था। कहा जाता है कि इस ट्रेन को कुलीन, राजा,... आगे पढ़े

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