केरल

पर्यटन

केरल का कोवलम समुद्री तट विश्व प्रसिध्द पर्यटन स्थल है l तिरुवंनतपुरम मे पदनाभस्वामी मन्दिर दक्षिण भारतीय वास्तुकला का भव्य नमूना है l पथनमथित्ता जिले में भगवान अयप्पा का सबरीमाला मन्दिर प्रसिध्द तीर्थस्थल है l वैली लैंगून, नेय्याम डैम और पौनमुडी जैसी विख्यात पर्वतीय स्थल के अलावा कालड़ी, कासरगोड, पलक्कड में मालमपुषा, पलक्कड झील, कर्वाद्वीप, पक्षीपत्तनम और वायनाडा मे हदोक्केल गुफाए आदि दर्शनीय स्थल हैं l त्रिचुर जिले में कथकली का प्रसिध्द केन्द्र ‘कलामंडलम’ नृत्य कला के प्रशंसको के लिए दर्शनीय है l

राष्ट्रीय उद्यान

केरल के प्रमुख राष्ट्रीय उद्यान निम्नलिखित है – पेरियार राष्ट्रीय उद्यान (झडुकी) (777 वर्ग किमी.) एराविकुलम राष्ट्रीय उद्यान (झडुकी) (97 वर्ग किमी.) साइलेंट वैली राष्ट्रीय उद्यान (पलक्कड) (98.52 वर्ग किमी.)

प्रमुख पर्व और मेले

ओणम, विशु, त्रिरुवत्रिरा, नवरात्री, शिवरात्री, ओचोरी, वल्लोम कली, क्रिसमस, ईस्टर, बकरीद, ईद-उल-फितर, मिलदी शिफर तथा मुहर्रंम केरल के प्रमुख त्योहार हैं l

केरल के आर्टिकल्स

केरल – शांति और ईश्वर का निवास

केरल – शांति और ईश्वर का निवास

महानगर की भाग-दौड और कोलाहल से दूर केरल में हमारा पहला पडाव था एर्नाकुलम। कोच्चि से सटे इस छोटे लेकिन बेहद अहम् शहर में फैमिली फ्रेंड वासु के यहां ठहरना हुआ। केरल की विशुद्ध संस्कृति से रू-ब-रू होने का यह पहला मौका था। डोसा,... आगे पढ़े

केरल पर्व – ओणम (Onam Indian Festival )

केरल पर्व – ओणम (Onam Indian Festival )

भारत एक रंग-बिरंगा देश है. यहां की भौगोलिक स्थिति जितनी रंगारंग है उतनी ही विविधता इसके त्योहारों में भी है. भारत के कोने-कोने में मनाएं जाने वाले सांस्कृतिक त्योहारों की रंगीन तस्वीर देखते ही बनती है. इसी क्रम में केरल का ओणम... आगे पढ़े

मानसून में मन को क्यों मारे....घूमें- फिरें और मस्ती करें

मानसून में मन को क्यों मारे….घूमें- फिरें और मस्ती करें

मानसून में अधिकतर लोग बाहर निकलने से बचते हैं. किसी को बाहर भीगने का डर लगता है तो किसी को सर्दी का डर लगता है. अधिकतर लोगों को बारिश में सिर्फ नहाना पसंद है. कहीं घूमने के नाम पर यह डर सताता है कि कहीं कीचड़ में सन गए या बारिश में... आगे पढ़े

सावन के झूले और नौकाओं की रेस

सावन के झूले और नौकाओं की रेस

श्रावणी तीज, जयपुर, राजस्थान सावन के भीगे-भीगे महीने की मौजमस्ती, चारों तरफ हरियाली और पेड़ों पर लगे झूले। तीज की बात ही निराली है। खास तौर पर महिलाओं का त्योहार। धार्मिक महत्व की बात की जाए तो देवी पार्वती के प्रति आस्था का... आगे पढ़े

कहीं फूलों का जलसा कहीं नावों का

कहीं फूलों का जलसा कहीं नावों का

पेनांग फ्लोरल फेस्टिवल- पेनांग, मलेशिया पेनांग का बोटोनिकल गार्डन दक्षिण-पूर्व एशिया में सबसे खूबसूरत माना जाता है। यह 72 एकड़ में फैला है और यह 19वीं सदी के आखिरी सालों में अंग्रेजों ने बनवाया था। इतने बड़े उद्यान को ढंग से देखने... आगे पढ़े

केरल: प्रकृति का नायाब तोहफा

केरल: प्रकृति का नायाब तोहफा

रोजमर्रा की दौड़भाग वाली जिंदगी की थकान मिटानी है या फिर शादी के बंधन में बंधने के बाद भविष्य के सपने संजाने हैं, तो केरल आईए। जन्नत सरीखी इस जगह के अनुभव किसी को भी ताउम्र याद रहेंगे। समंदर का जो रू प केरल में है वह शायद हिंदुस्तान... आगे पढ़े

केरल: भीगे मौसम का मजा

केरल: भीगे मौसम का मजा

वर्षा ऋतु में सैर-सपाटा? तौबा-तौबा! दिन बारिश के हों तो घर में बैठकर चाय-पकोड़े खाना सबसे ज्यादा सुहाता है। लेकिन नहीं जनाब। घूमने वाले कहते हैं कि बारिश में पर्यटन का भी अपना मजा है और बात अगर केरल की हो तो फिर कहना ही क्या। वास्तव... आगे पढ़े

सर्दी में सफर सौंदर्य और रोमांच का

सर्दी में सफर सौंदर्य और रोमांच का

जाड़े के दिनों में घूमने का मौका मिले तो आम भारतीय के मन में सबसे पहले समुद्रतट देखने की चाहत आती है। सागर का सौंदर्य देखने और वहां व्याप्त शांति को महसूस करने की इच्छा सबके भीतर होती है। अधिकतम लोगों को समुद्रतट पसंद होने की... आगे पढ़े

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