मुख पृष्ठ » भारत » उत्तर भारत » जम्मू और कश्मीर » लद्दाख »
लद्दाख के आर्टिकल्स
रथयात्रा, पुरी, उड़ीसा भगवान जगन्नाथ, बलभद्र व सुभद्रा के रथों को सुदर्शन चक्र के साथ श्री मंदिर से दो मील दूर गुंदिचा मंदिर में ले जाने का सालाना पर्व। दुनियाभर में कृष्णभक्तों के प्रमुखतम पर्वो में से एक। इसे भारत के सबसे... आगे पढ़े
लद्दाख हिमालयी दर्रो की धरती है। उत्तर में काराकोरम पर्वत श्रंखला और दक्षिण में हिमालय से घिरे इस इलाके में आबादी का घनत्व बहुत कम है। इसकी दुर्गमता का आलम यह है कि इसके पूर्व में दुनिया की छत कहा जाने वाला तिब्बत, उत्तर में... आगे पढ़े
लामाओं की भूमि लद्दाख के बारे में बहुत सुना था, इसलिए उसे देखने की हमारी बहुत इच्छा थी। पहले यह क्षेत्र पर्यटकों के लिए सुविधाजनक नहीं था। सिर्फ ट्रेकिंग और रोमांच भरी साहसी यात्रा करने वाले लोग ही अपने साधनों से वहां पहुंच... आगे पढ़े
मिट्टी में नहाएं या बनाएं रेत के महल
आनायुत्तू, वदक्कुमनाथा मंदिर, त्रिशूर केरल की प्रकृति के साथ-साथ वहां की धार्मिक रीति में हाथियों की बड़ी भूमिका है। हर साल मलयालम महीने करकीदकम के पहले दिन मनाया जाने वाला यह पर्व दरअसल हाथियों का महाभोज है। इस दिन बड़ी संख्या... आगे पढ़े
कई रोमांचप्रेमी ऐसे हैं जो हर साल जून-जुलाई-अगस्त में लद्दाख जाने को सालाना तीर्थयात्रा की तर्ज पर लेते हैं। लेकिन आप रोमांचप्रेमी न हों तो भी लद्दाख की खूबसूरती देखने लायक है। मौसम और माहौल तैयार है, बस आपके आने की देरी है।... आगे पढ़े
ऊंची चोटियों को अब तक कदमों से नापा जाता था लेकिन अब इंसान ने रास्ते बना लिए हैं और वाहनों से उंचाई छूने लगा है। लेकिन रास्ते बन जाने के बाद भी सफर आसान नहीं हो जाता। खासकर यदि आप लद्दाख के रास्ते पर बाइक से जा रहे हों। लंबा सफर,... आगे पढ़े
लद्दाख में प्राकृतिक सौंदर्य चप्पे-चप्पे में बिखरा हुआ है। वहां से कितना सौंदर्य और आनंद आप अपने हृदय में भरकर ला सकते हैं, यह आपकी क्षमता और दृष्टि पर निर्भर करता है। लामाओं की भूमि लद्दाख के बारे में बहुत सुना था और जब से उसके... आगे पढ़े
ऊंचे शिखरों की अनदेखी-अनजानी राहें
पृथ्वी पर पृथ्वी से ही बनी विश्व की सबसे बड़ी और अत्यंत सुंदर प्राकृतिक आकृति है हिमालय पर्वत। कभी इस पर्वत की जगह टेथिस सागर लहराता था। इसीलिए इसकी सबसे ऊंची चोटी एवरेस्ट का दूसरा नाम सागरमाथा है। आज भी इसकी ऊंची श्रृंखलाओं... आगे पढ़े
ज्यादा पठित

आपके आस-पास
