महाराष्ट्र

पर्यटन

महाराष्ट्र के प्रसिध्द धार्मिक स्थलों में पंढरपुर, नासिक, शिरडी, नांदेड, औधागानाथ, त्र्येम्बकेश्वर, तुलजापुर, गणपतिपुले, भीमशंकर,हरिहरेश्वर, कोल्हापुर, अंबजोगाई और शेगांव हैं l अजंता, एलोरा, एलिफेंटा, कन्हेरी और कारला गुफांए यहां के महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल केन्द्र हैं तथा महाबलेश्वर, माथेरन और पंचगनी, जवाहर, माल शेलघाट, माथेरन, चिकलधारा और पन्हाला दर्शनीय स्थल पर्वतीय स्थल हैं l

राष्ट्रीय उद्यान

यहां के प्रमुख राष्ट्रीय उद्यान निम्नलिखित हैं – संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान (थाणे) (86.96 वर्ग किमी.) पेंच राष्ट्रीय उद्यान (नागपुर) (257.26 वर्ग किमी.) नवेगांव राष्ट्रीय उद्यान (भंडारा) (133.88 वर्ग किमी.) तदोबा राष्ट्रीय उद्यान (चंद्रपुर) (116.55 वर्ग किमी.) अंधारी वन्य जीव संरक्षण (चंद्रपुर) (508.85 वर्ग किमी.)

प्रमुख पर्व और मेले

गणेश चतुर्थी महाराष्ट्र में मनाया जाने वाले प्रमुख पर्व है l दिवाली और रामनवमी के अतिरिक्त पुणे फेस्टिवल, बाणगंगा फेस्टिवल, एलीफेंटा फेस्टिवल, एलोरा फेस्टिवल और कालीदास फेस्टिवल अन्य मुख्य पर्व हैं l

महाराष्ट्र के आर्टिकल्स

सिंधुदुर्ग आइए: समुद्र में गोता लगाने

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अब स्कूबा डाइविंग के लिए आपको मालदीव जाने की जरूरत नहीं। भारत में भी अब इसका प्रचलन तेजी से बढ़ रहा है। महाराष्ट्र के कोकंण इलाके में सिंधुदुर्ग स्कूबा डाइविंग और स्नोर्कलिंग के नए केंद्र के रूप में पर्यटकों को खासा आकर्षित... आगे पढ़े

ऐलीफेंटा  गुफाएं: बेमिसाल कला का नमूना

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इसी महीने विश्व विख्यात ऐलीफेंटा गुफाओं में सालाना महोत्सव का आयोजन किया गया। इस दौरान नृत्य व संगीत के क्षेत्र की कई हस्तियों ने यहां अपने फन का जादू बिखेरा। आप अगर वहां जाने का यह मौका चूक भी गए हों तो कोई हर्ज नहीं क्योंकि... आगे पढ़े

त्र्यंबकेश्वर : एक तीर्थ में तीनों देवों के दर्शन

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भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिगों में श्री त्र्यंबकेश्वर का दसवां स्थान है। महाराष्ट्र में नासिक शहर से 35 किमी दूर गौतमी नदी के तट पर स्थित यह दिव्य स्थान ब्रह्मगिरि से सटा है। समुद्रतट से ढाई हजार फुट की ऊंचाई पर बसे त्रयंबक... आगे पढ़े

भारतभूमि का प्रकाश पर्व

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कार्तिक माह की अमावस्या के गहरे अंधकार को भेदकर पूरे वातावरण को प्रकाश से जगमगा देने वाला ज्योति पर्व दीपावली भारत भूमि का महापर्व है। मान्यता है कि इस दिन धन-संपत्ति की देवी लक्ष्मी मृत्युलोक में विचरण करने आती हैं। मानव... आगे पढ़े

महाराष्ट्र के अष्टविनायक

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वर्तमान में अतीत की यात्रा है अजंता

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अगर आपसे कोई पूछे कि क्या आप आगे चलकर पीछे पहुंच सकते हैं तो आप एक बार तो उसे ‘क्या बेवकूफ है’ की नजरों से देखेंगे और अगर इसके बाद भी उसकी आंखों में वही दृष्टि बनी रही तो आपका जवाब नकारात्मक ही होगा। लेकिन महाराष्ट्र के औरंगाबाद... आगे पढ़े

महाराष्ट्र की शान है वर्ली  पेंटिंग

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अगर आप इस बार छुट्टियों में महाराष्ट्र घूमने जा रहे हैं और आपकी दिलचस्पी लोककलाओं में है तो वहां जाकर आप वहां की सुप्रसिद्ध लोककला वर्ली पेंटिंग को अपनी महाराष्ट्र यात्रा के यादगार तौर पर अपने साथ घर ले जाना न भूलें।  महाराष्ट्र... आगे पढ़े

महाबलेश्वर का सुहाना सफर

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सुंदर पहाडि़यों व घाटियों के लिए प्रसिद्ध महाबलेश्वर सैलानियों को बरबस ही आकर्षित करता है। 1372 मीटर की ऊंचाई पर स्थित महाबलेश्वर के लिए रेल, रोड व हवाई यात्रा मुंबई और पुणे से की जा सकती है। हम जून में महाबलेश्वर गए। पुणे में... आगे पढ़े

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