पंजाब

पर्यटन

अमृतसर में स्वर्ण मन्दिर, दुर्गियाना मन्दिर, जलियांवाला बाग, अकाल तख्त गुरुद्वारा, आनन्दपुर साहिब में तख्त श्रीकेशग़ढ़ साहिब (जहां गुरु गोबिन्द सिंह जी ने खालसा पंथ बनाया था) आदि प्रसिध्द दर्शनीय स्थल हैं। इसके अतिरिक्त गुरु अर्जुन देव द्वारा 1590 में स्थापित तारन सरोवर तथा 1598 में महाराजा रणजीत सिंह द्वारा स्थापित दरबारा साहिब पर्यटन स्थल हैं। इसके अतिरिक्त अटल राय की मीनार, पटियाला में किला अन्दरुन और मोती बाग राजमहल, आम खास बाग में मुगलकालीन स्मारक परिसर आदि अन्य प्रसिध्द स्थान हैं।

प्रमुख पर्व और मेले

इस राज्य के नागरिक अत्यधिक खुशमिजाज होते हैं तथा वर्ष भर किसी न किसी आयोजन में व्यस्त रहते हैं। यहां के कुछ प्रमुख पर्व और मेले निम्नवत हैं – बैसाखी मेला, भटिंडा (अप्रैल) फतेहगढ़ साहिब जोर मेला (दिसम्बर) माघी मेला (मुक्तसर) (जनवरी) होला मोहल्ला, आंनदपुर साहिब छप्पर मेला, छप्पर डेरा बाबा नानक मेला, गुरुदासपुर (जनवरी के द्वितीय सप्ताह में)।

पंजाब के आर्टिकल्स

भुवनेश्वर मंदिरों व इतिहास की नगरी

भुवनेश्वर मंदिरों व इतिहास की नगरी

  भुवनेश्वर बाहर से नया है किंतु भीतर से यह पनचीन नगरी है। भारत में शायद ही अन्य ऐसा कोई नगर हो जहां विभिन्न कालखंडों में बने इतने स्मारक देखने को मिलते हों। यदि संजीदगी से देखें यहां के कोने-कोने में मौजूद मंदिरों, गुफाओं व शिलालेखों... आगे पढ़े

केरल पर्व – ओणम (Onam Indian Festival )

केरल पर्व – ओणम (Onam Indian Festival )

भारत एक रंग-बिरंगा देश है. यहां की भौगोलिक स्थिति जितनी रंगारंग है उतनी ही विविधता इसके त्योहारों में भी है. भारत के कोने-कोने में मनाएं जाने वाले सांस्कृतिक त्योहारों की रंगीन तस्वीर देखते ही बनती है. इसी क्रम में केरल का ओणम... आगे पढ़े

रेत के समंदर में सफारी

रेत के समंदर में सफारी

मौसम गर्म हो रहा है। गर्म हो रही है थार के रेगिस्तान की रेत भी। लेकिन थार के पर्यटन वातावरण में गरमी हाल ही में एक और घटना से आई- और वह थी पहली डेजर्ट सफारी का उद्घाटन। यह हुआ जैसलमेर से 30 किलोमीटर दूर सम में। राजस्थान सरकार और... आगे पढ़े

बादलों के राज्य का खूबसूरत मुकाम

बादलों के राज्य का खूबसूरत मुकाम

आमतौर पर जब हिल स्टेशनों का जिक्र होता है तो मसूरी, शिमला नैनीताल, ऊटी, कोडाईकनाल, माउंट आबू, श्रीनगर, पहलगाम, डलहौजी के नामों के बीच शिलांग का नाम कम ही आता है। कारण इसका सुदूर उत्तरपूर्व में स्थित होना है जहां शेष भारत से बहुत... आगे पढ़े

नाग देवता का सेममुखेम

नाग देवता का सेममुखेम

सेममुखेम की यात्रा श्रद्धालुओं के लिए अविस्मरणीय होती है। इस नागतीर्थ की जानकारी मुझे लखनऊ प्रवास के दौरान अपने बडे भाई विजय गैरोला से मिली। उनके विस्तार से सुनाए इस तीर्थ यात्रा के संस्मरण ने मुझे यहां जाने के लिए प्रेरित... आगे पढ़े

अमृतसर एक झलक

अमृतसर एक झलक

स्वर्ण मंदिर की दिन भर की यात्रा प्रात: काल 4 बजे आसा-दी-वार (प्रात:कालीन सेवा) से प्रारम्भ होकर चौपाई साहिब (शाम की सेवा) पर समाप्त होती है एवं पालकी साहिब के दर्शन करने का अवसर भी प्राप्त होता है। इसके अतिरिक्त आप मीरी और पीरी... आगे पढ़े

हिमालय की गोद में माता के द्वार

हिमालय की गोद में माता के द्वार

शक्ति की उपासना की परंपरा हमारे देश में उतनी ही पुरानी है, जितनी कि संस्कृति। शक्ति को यहां माता कहा गया है। देवताओं को भी जब-जब शक्ति की जरूरत पड़ी उन्होंने देवी के रूप में ही उसका आह्वान किया। शक्ति की देवी के उन्हीं रूपों... आगे पढ़े

नए-पुराने का अनूठा संगम है जालंधर

नए-पुराने का अनूठा संगम है जालंधर

हिंदू पुराणों, दंत कथाओं, स्मृति ग्रंथों व इतिहासकारों की और कई अन्य पौराणिक-ऐतिहासिक रचनाओं में जालंधर को महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है। पुराणों के अनुसार सतीत्व की प्रतिमूर्ति मां वृंदा के पति दैत्यराज जलंधर के नाम पर इस... आगे पढ़े

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