भारत के आर्टिकल्स

हनीमून: साथ के एहसास का पहला सफर

हनीमून: साथ के एहसास का पहला सफर

हनीमून की तैयारी भी आज शादी की तैयारी का महत्वपूर्ण हिस्सा बन गई है। हनीमून के सुखद पलों में एक-दूसरे से किए वादों से विवाहित जीवन का आगाज होता है, जो विवाह की वेदी पर नहीं किए जा सकते। इसके लिए उन्हें ऐसी शांत और सुंदर सैरगाह... आगे पढ़े

वाराणसी: आस्था, विश्वास और पर्यटन का केन्द्र

वाराणसी: आस्था, विश्वास और पर्यटन का केन्द्र

वाराणसी माटी-पाथर का बना महज एक शहर नहीं अपितु आस्था विश्वास और मान्यताओं की ऐसी केन्द्र भूमि है जहां तर्को के सभी मिथक टूट जाते हैं। जीवंत रहती है तो सिर्फ समर्पण भरी आस्था। अपने अनेक नामों से जानी जाने वाली वाराणसी दुनिया... आगे पढ़े

अतीत का गौरव बीजापुर

अतीत का गौरव बीजापुर

कर्नाटक के उत्तर पश्चिम क्षेत्र में बेलगांव के पास आदिलशाही राजवंश की राजधानी है। इसे बीजापुर के नाम से जानते हैं। इस छोटे से शहर में घुसते ही लगता है कि प्राचीन वास्तु के संग्रहालय में आ गए हैं। ईरानी शैली की इमारतें यहां... आगे पढ़े

मोटरसाइकिल से पहाड़ों के सफर का रोमांच

मोटरसाइकिल से पहाड़ों के सफर का रोमांच

चेहरे से टकराती, बालों को सहलाती तेज हवा, कभी तेज चढ़ाई, कभी तीखी ढलान, बल खाती सड़क, गहरे मोड़, चारों ओर हरियाली, पौधों की सुगंध किसी का भी मन मोहने में सक्षम है। यही वह आकर्षण है जिसमें बंधे लोग बार-बार पहाड़ों की ओर मोटरसाइकिलें... आगे पढ़े

अलग है बर्फ  पर फिसलने का रोमांच

अलग है बर्फ पर फिसलने का रोमांच

आ गया मौसम शीतकालीन खेलों का, जिसके लिए सैलानियों को हिमपात की प्रतीक्षा होती है। बर्फबारी शुरू होते ही इन खेलों के दीवाने बर्फीले ठिकानों की ओर निकल पड़ते हैं। ऐसा ही एक रोमांचक खेल है स्कीइंग। बर्फ से ढके पहाड़ी ढलानों पर... आगे पढ़े

पूर्वोत्तर भारत : प्रकृति का अनछुआ  सौंदर्य

पूर्वोत्तर भारत : प्रकृति का अनछुआ सौंदर्य

प्रकृति का अछूता सौंदर्य और जनजातीय संस्कृति व सभ्यता की धरोहरें अगर आप मूल रूप में देखना चाहते हैं तो भारत के पूर्वोत्तर राज्यों की सैर पर निकलें। असम, मेघालय, मिजोरम, मणिपुर, नगालैंड, अरुणाचल, त्रिपुरा और सिक्किम कुल आठ राज्यों... आगे पढ़े

रॉक क्लाइंबिंग-चट्टानों के सीने पर साहस की इबारत

रॉक क्लाइंबिंग-चट्टानों के सीने पर साहस की इबारत

मानवीय सभ्यता ने जब से अपनी आंखें खोली हैं, पर्वत श्रृंखलाएं उसे सदैव आकर्षित करती रहीं है। जिस तरह सागर की गहराई हमें अपने मौलिक अर्थो में कहीं गहरे तक छू जाती है, वैसे ही पर्वतों की ऊंचाई भी जीवन और जगत को सिर ऊंचा करके देखने... आगे पढ़े

राजस्थान का दूसरा पहलू है झालावाड़

राजस्थान का दूसरा पहलू है झालावाड़

रणवीरों की शौर्यगाथाओं के लिए चर्चित राजस्थान पर्यटकों के बीच केवल रेगिस्तान, ऊंट और किलों के लिए ही जाना जाता है। हालांकि यहां रेगिस्तान के अलावा अरावली और विंध्य की पर्वतश्रृंखलाएं तो हैं ही, हरे-भरे खेतों वाले मैदान, नदी... आगे पढ़े

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