मुख पृष्ठ » भारत » दक्षिण भारत »
दक्षिण भारत के आर्टिकल्स
कर्नाटक के उत्तर पश्चिम क्षेत्र में बेलगांव के पास आदिलशाही राजवंश की राजधानी है। इसे बीजापुर के नाम से जानते हैं। इस छोटे से शहर में घुसते ही लगता है कि प्राचीन वास्तु के संग्रहालय में आ गए हैं। ईरानी शैली की इमारतें यहां... आगे पढ़े
आंध्र प्रदेश की राजधानी हैदराबाद में कदम रखते ही आपको एक ओर इतिहास की गलियों में घूमने का एहसास होगा और दूसरी तरफ तकनीकी ऊंचाइयों को छूती आधुनिकता आपको असमंजस में डाल देगी। नई-पुरानी संस्कृति के संगम के रूप में उभरता हैदराबाद... आगे पढ़े
कार्तिक माह की अमावस्या के गहरे अंधकार को भेदकर पूरे वातावरण को प्रकाश से जगमगा देने वाला ज्योति पर्व दीपावली भारत भूमि का महापर्व है। मान्यता है कि इस दिन धन-संपत्ति की देवी लक्ष्मी मृत्युलोक में विचरण करने आती हैं। मानव... आगे पढ़े
सर्दी में सफर सौंदर्य और रोमांच का
जाड़े के दिनों में घूमने का मौका मिले तो आम भारतीय के मन में सबसे पहले समुद्रतट देखने की चाहत आती है। सागर का सौंदर्य देखने और वहां व्याप्त शांति को महसूस करने की इच्छा सबके भीतर होती है। अधिकतम लोगों को समुद्रतट पसंद होने की... आगे पढ़े
चावल व नारियल के बिना कुछ भी नहीं
केरल जितना खूबसूरत प्रांत है उतना ही जायकेदार यहां का खानपान है। चावल यहां का मुख्य भोजन है और चावल से बने कई तरह के व्यंजन लोग चाव से खाते हैं। चावल जितना ही महत्वपूर्ण है नारियल। नारियल के तेल में ही केरल के ज्यादातर व्यंजन... आगे पढ़े
हरियाली के देश में पानी पर सफर
केरल को देवताओं की भूमि कहा जाता है। इसकी सुंदरता को देखें तो यह बात एकदम सच लगती है। देश की मुख्य भूमि के एकदम सुदूर दक्षिण-पश्चिम कोने पर स्थित छोटे से राज्य में प्राकृतिक सौंदर्य भरपूर है। इस प्रदेश को उच्च भूमि, मध्य भूमि... आगे पढ़े
बाघों के घर हाथियों की मौज पेरियार वाइल्डलाइफ सैंक्चुरी
पेरियार वाइल्डलाइफ सैंक्चुरी दक्षिण भारत में वन्य जीवन की विविधता का बड़ा गढ़ है। इसकी स्थापना सन 1950 में की गई थी, जबकि टाइगर रिजर्व 1978 से शुरू किया गया। प्रभु की धरती कहे जाने वाले केरल के पश्चिमी तटों के मैदानी इलाकों में पेरियार... आगे पढ़े
अतीत के रंग में रंगा श्रीरंगपट्टन
मैसूर से करीब 16 किमी दूर कावेरी नदी में बने अंडाकार द्वीप पर बसा है श्रीरंगपट्टन। इस छोटे से शहर का इतिहास काफी पुराना है, लेकिन जिस कारण यह शहर मशहूर है उसका प्राचीन इतिहास से कुछ लेना-देना नहीं है। शहर का महत्व भारतीय स्वतंत्रता... आगे पढ़े
खोज विकल्प
English Hindi

ज्यादा पठित

आपके आस-पास
