ट्रवेल थीम्स के आर्टिकल्स
मैदानी भागों में तपिश चरम पर है और बच्चों के स्कूल भी खुलने को हैं। जो लोग रह गए, वे बचे हुए समय में कहीं न कहीं निकलने की योजना बना रहे होंगे। आप लोगों के पास हिल स्टेशनों की एक लंबी चौड़ी लिस्ट होगी। लेकिन कई लोग इस संशय में होंगे... आगे पढ़े
सागर की लहरों में जबरदस्त खिंचाव होता है। जिन्हें पानी से बैर न हो, उन्हें मोहपाश सा बांध लेती हैं। उस मोहपाश से बंधे जब सागर में क्रूज पर जाएं तो बरबस टाइटैनिक का ख्याल आ जाता है। क्रूज शिप की भव्यता का जो खाका टाइटैनिक ने उस... आगे पढ़े
स्वीडन भी लैपलेंड, रैनडीयर और रात के सूरज का देश है। प्रकृति यहां कितनी मेहरबान है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि इसके कुल भौगोलिक हिस्से का 53 फीसदी जंगलों से भरा है। यहां का 17 फीसदी इलाका पहाड़ों से और 9 फीसदी झीलों... आगे पढ़े
ब्रिटेन में छुट्टियां बनाना हुआ और भी आसान
ब्रिटेन से हमारा खास नाता रहा है। लेकिन ब्रिटेन को भारत से ज्यादा से ज्यादा सैलानियों की दरकार है। इसीलिए वह अपने यहां आने वाले हिंदुस्तानी सैलानियों को ज्यादा से ज्यादा सहूलियतें देने में लगा है। ब्रिटेन का पर्यटन उद्योग... आगे पढ़े
फूलों की घाटी का नाम तो आपने सुना ही होगा। जी हां चमोली जनपद की प्रसिद्ध तीर्थ स्थली बद्रीनाथ धाम के पास गंधमादन पर्वत पर स्थित फूलों की घाटी या वैली ऑफ फ्लावर्स। इतनी ही सुंदर पर अपेक्षाकृत कम प्रसिद्ध फूलों की एक और घाटी उत्तराखंड... आगे पढ़े
रॉयल राजस्थान ऑन व्हील्स बड़े धूम-धाम के साथ चलाई गई रॉयल राजस्थान ऑन व्हील्स को सैलानियों का इंतजार है। दूसरे चक्कर के बाद ही उसका दम फूलने लगा था। उसके बाद उसका परिचालन रोकना पड़ा। आखिर इतनी शानौ-शौकत वाली गाड़ी को चलाने... आगे पढ़े
अदम्य जिजीविषा का दूसरा नाम है पोलैंड। इतिहास में दर्ज ध्वस्त पोलैंड के चित्रण की जिन तस्वीरों ने मन को गहराई तक विचलित कर दिया था, उन्हीं से रूबरू होकर ऐसा लगा मानो ‘जिंदगी की राख में से जिंदगी उठी हो’। मध्य यूरोप के इस नन्हें... आगे पढ़े
करें अरावली की पहाडि़यों में ट्रेकिंग
सर्दियों में आम तौर पर पहाड़ों में ट्रैकिंग की गतिविधियां मंद पड़ जाती हैं। लगभग अप्रैल मास तक यही स्थिति बनी रहती हैं। लेकिन पहाड़ों पर जाने का समय व सामर्थ्य सबके पास न होने के चलते आजकल ट्रैकिंग को पहाड़ों से हटकर देखा... आगे पढ़े