धर्म-संस्कृति व त्योहार के आर्टिकल्स

राजस्थान का दूसरा पहलू है झालावाड़

राजस्थान का दूसरा पहलू है झालावाड़

रणवीरों की शौर्यगाथाओं के लिए चर्चित राजस्थान पर्यटकों के बीच केवल रेगिस्तान, ऊंट और किलों के लिए ही जाना जाता है। हालांकि यहां रेगिस्तान के अलावा अरावली और विंध्य की पर्वतश्रृंखलाएं तो हैं ही, हरे-भरे खेतों वाले मैदान, नदी... आगे पढ़े

इतिहास का एक पन्ना हैदराबाद

इतिहास का एक पन्ना हैदराबाद

आंध्र प्रदेश की राजधानी हैदराबाद में कदम रखते ही आपको एक ओर इतिहास की गलियों में घूमने का एहसास होगा और दूसरी तरफ तकनीकी ऊंचाइयों को छूती आधुनिकता आपको असमंजस में डाल देगी। नई-पुरानी संस्कृति के संगम के रूप में उभरता हैदराबाद... आगे पढ़े

  बंगाल में काली पूजा

बंगाल में काली पूजा

बंगाल में यह पर्व काली पूजा से संबद्ध है। दुर्गापूजा के समान ही सुंदर पंडालों में मां काली की प्रतिमा स्थापित की जाती है। वैसे तो धनतेरस से ही पूजा शुरू हो जाती है। महानिशा पर देर रात मुख्य पूजा आरंभ होकर भोर तक चलती है। महिलाएं... आगे पढ़े

भारतभूमि का प्रकाश पर्व

भारतभूमि का प्रकाश पर्व

कार्तिक माह की अमावस्या के गहरे अंधकार को भेदकर पूरे वातावरण को प्रकाश से जगमगा देने वाला ज्योति पर्व दीपावली भारत भूमि का महापर्व है। मान्यता है कि इस दिन धन-संपत्ति की देवी लक्ष्मी मृत्युलोक में विचरण करने आती हैं। मानव... आगे पढ़े

संस्कृतियों का संगम

संस्कृतियों का संगम

इलाहाबाद भारत के प्रमुख पवित्र नगरों में से एक है। हिन्दू धार्मिक मान्यता के अनुसार भगवान ब्रह्मा जो सृष्टि के जनक है, ने पृथ्वी पर इस स्थान को जो तीन पवित्र नदियों के संगम पर है जो प्रक्रिष्ता यज्ञ हेतु चुना। पवित्र नदियां... आगे पढ़े

अमृतसर एक झलक

अमृतसर एक झलक

स्वर्ण मंदिर की दिन भर की यात्रा प्रात: काल 4 बजे आसा-दी-वार (प्रात:कालीन सेवा) से प्रारम्भ होकर चौपाई साहिब (शाम की सेवा) पर समाप्त होती है एवं पालकी साहिब के दर्शन करने का अवसर भी प्राप्त होता है। इसके अतिरिक्त आप मीरी और पीरी... आगे पढ़े

गोवा बारह माह, चौबीस घण्टे पर्यटन

गोवा बारह माह, चौबीस घण्टे पर्यटन

गोवा भारत के सबसे लोकप्रिय और सदाबहार पर्यटन स्थलों में शामिल है। प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण समुद्र तट, वैभवशाली अतीत की याद दिलाते कई किले, सांझी संस्कृति के परिचायक मंदिर व गिरजाघर, कला के बेहतरीन नमूने समेटे कला दीर्घाएं,... आगे पढ़े

झारखंड ! जहां आंखें थक जायें, दिल न भरे

झारखंड ! जहां आंखें थक जायें, दिल न भरे

झारखंड हमारे देश के उन राज्यों में आता है जहां आप अभी भी प्राकृतिक सुषमा का वास्तविक आनंद ले सकते हैं। यह राज्य अभी भी शहरीकरण के दुष्प्रभाव से बहुत हद तक बचा हुआ है। जंगल पहाड़, घाटी, जलप्रपात, वन्य प्राणी, इतिहास, सभ्यास-संस्कृति... आगे पढ़े

Page 7 of 24« First...«56789»1020...Last »

खोज विकल्प

English Hindi

आपके आस-पास